PATNA : बिहार में
मुख्य सचिव के पद पर नयी तैनाती की चर्चा तेज है। इस पद के लिए दीपक कुमार और सीके
मिश्र का नाम दौड़ में आगे है। दीपक कुमार 84 बैच के आइएएस हैं। सी के मिश्र 83
बैच के आइएएस हैं और दीपक कुमार से सीनियर हैं। लेकिन दीपक कुमार का ही पलड़ा भारी
माना जा रहा है। दीपक कुमार, नीतीश कुमार के पसंदीदा अफसर रहे हैं। चार पांच दिन
पहले वे सीएम आवास पर नीतीश कुमार से मुलाकात कर चुके हैं। दीपक कुमार नीतीश कुमार
के प्रधान सचिव रहे हैं। इसके अलावा वे बिहार में स्वास्थ्य विभाग और कार्मिक
विभाग का भी जिम्मा संभाल चुके हैं। दीपक कुमार अभी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग
प्राधिकरण के चेयरमैन हैं। वे केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति से बिहार लौटने के लिए
तैयार हैं। केन्द्र सरकार ने भी इसके लिए मंजूरी दे दी है।
मौजूदा मुख्य सचिव अंजनी
कुमार सिंह 31 मई 2018 को रिटायर कर रहे हैं। पहले वे 28 फरवरी को ही रिटायर करने
वाले थे लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें तीन महीने का सेवाविस्तार दे
दिया था। कुछ दिनों पहले जब चारा घोटला में अंजनी कुमार सिंह को आरोपी बनाया गया
तो ये साफ हो गया था कि अब उन्हें शायद ही सेवा विस्तार मिले। अंजनी कुमार सिंह
2014 में बिहार के मुख्य सचिव बने थे। अगर दीपक कुमार मुख्य सचिव बनते हैं तो वे
फरवरी 2020 तक इस पद पर रहेंगे।
अंजनी कुमार सिंह के बाद
वरीयता में सबसे ऊपर शिशिर सिन्हा थे । वह 1982 बैच के आइएएस थे। लेकिन रिटार होने
के तीन महीने पहले उन्होंने वीआरएस ले लिया। नीतीश कुमार ने बीपीएससी का अध्यक्ष
बनाया है। 82 बैच के आइएएस नवीन वर्मा, रश्मि वर्मा, रमेश अभिषेक और 83 बैच के अमरजीत सिन्हा, सुनील कुमार
सिंह वरीयता में दीपक कुमार से ऊपर है। लेकिन पूरी संभवना है कि मुख्य सचिव पद
की जिम्मेवारी दीपक कुमार को मिलेगी।