KISHANGANJ : पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध किया जा रहा है. इस विधेयक को वापस लिया जाए. इस बात पर को लेकर कई राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन अटल हैं. इसके खिलाफ देश में आन्दोलन जारी है. इस संबंध में ठाकुरगंज विधानसभा के पूर्व विधायक गोपाल कुमार अग्रवाल ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी भारत के लोकतांत्रिक भावना के खिलाफ है.
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उन्होंने कहा की यह देश को तोड़ने और खंडित करने वाला कानून और हम इसकी कठोर शब्दों में निंदा करते हैं. गोपाल कुमार अग्रवाल ने जोर देकर कहा की भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है. जिसके नतीजे में देश में आर्थिक और सामाजिक स्थिति बद से और बदतर हो गई है. पूरा देश गृह युद्ध की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने भारत सरकार खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से इस कानून को वापस लिए जाने की मांग की. अन्यथा इसका गंभीर परिणाम भुगतना होगा.
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पूर्व विधायक ने कहा की यह आश्चर्यजनक है कि जदयू ने 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का डर दिखा कर चुनाव जीता था. आज उनकी नागरिकता संशोधन विधेयक पर चुप्पी क्यों है? पार्टी नेताओं को इसका जवाब देना चाहिए. अब डबल मानक नहीं चलेगा. गोपाल कुमार अग्रवाल ने कहा कि देश के किसी भी वर्ग को सता कर, उन्हें अपमानित कर और उनके उत्पीड़न के बाद देश का विकास और समृद्धि कभी नहीं हो सकता है. इस बात को प्रधानमंत्री और उनके समर्थकों को समझना होगा.
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उन्होंने कहा कि बार-बार मुसलमानों को अपमानित किया जा रहा है. कभी तीन तलाक के नाम पर तो कभी बाबरी मस्जिद के नाम पर और कभी नागरिकता संशोधन विधेयक के नाम पर. लेकिन अब यह सब असहनीय हो गया है और पानी सिर से ऊपर होता जा रहा है. गोपाल कुमार अग्रवाल ने कहा कि भारत सरकार समय के साथ जागरूक हो और प्रधानमंत्री अपने वचन सबका साथ सबका विकास पर कायम रहें और पुरे देश की जनता का विश्वास हासिल करें.
किशनगंज से साजिद हुसैन की रिपोर्ट