पटना. जदयू के एमएलसी देवेश चंद्र ठाकुर ने बिहार विधान परिषद के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया। नामांकन के दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद नेता राबड़ी देवी, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव व अन्य महागठबंधन के नेता मौजूद रहे. सभापति के लिए सीतामढ़ी के रहने वाले विधान परिषद व जदयू के वरिष्ठ नेता देवेश चंद्र ठाकुर के प्रत्याशी बनाने की घोषणा पहले ही नीतीश कुमार की पार्टी ने कर दिया था.
देवेश तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर विधान परिषद में आए हैं. देवेश सीतामढ़ी के रहने वाले हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी नजदीकी माने जाते हैं. विधान परिषद में अभी सभापति के पद पर बीजेपी कोटे से आने वाले अवधेश नारायण सिंह थे. हालांकि राज्य में महागठबंध की सरकार बन जाने के बाद अवधेश नारायण सिंह को सीएम नीतीश ने पद छोड़ने के लिए कहा था.
देवेश चंद्र ठाकुर वर्ष 2002 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीते थे। वर्ष 2004 में वे जदयू में सम्मिलित हो गए। बाद में वे 2008, 2014 और 2020 के विधान परिषद चुनाव में लगातार चार बार निर्वाचित हुए. अब राज्य में बदले राजनीतिक समीकरण और सत्ता परिवर्तन के बाद विधान परिषद के सबसे अहम पद यानी सदन को चलाने का जिम्मा उन्हें मिलने जा रहा है.
सदन में महागठबंधन सदस्यों की संख्या को देखते हुए यह तय है कि बिना किसी परेशानी के देवेश का सभापति बनना तय है.