PATNA : राजधानी पटना में चल रहे पुलिस सप्ताह समारोह के दौरान आज पुलिस और छात्र-छात्राओं के बीच सीधा संवाद हुआ। इस दौरान पुलिस से सबसे ज्यादा सवाल छात्राओं की ओर से किए गए। छात्राओं ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक से अपनी सुरक्षा को लेकर कई अहम सवाल किए।
संवाद के दौरान छात्राओं ने डीजीपी से कहा कि स्कूल-कॉलेज जाने के दौरान उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उनके ड्रेस पर सवाल उठाये जाते है। सरे राह रोड छाप मजनुं उनपर छींटाकंसी और भदे-भदे कमेंट्स करते है। स्कूल-कॉलेज और गर्ल्स हॉस्टल के नजदीक इनकी भीड़ लगी रहती है।
छात्राओं ने कहा कि उनके ड्रेस को लेकर भी सवाल उठाए जाते है। किसी भी तरह की घटना होने पर आरोपी की जगह उनपर ही सवाल उठाया जाता है। कहा जाता है कि लड़कियां भद्दे ड्रेस पहनकर खुद ही लड़को को उनपर भद्दे कमेंट्स करने का मौका देती है। वहीं आए दिन रेप और उसका वीडियो बनाने को लेकर भी सवाल किए।
छात्राओं के सवालों का जवाब देते हुए डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि आपलोगों द्वारा उठाये गए मामले काफी गंभीर है। अब सड़क छाप मजनुओं पर ऐसी कार्रवाई होगी कि वे छेड़खानी करने से पहले 10 बार सोचेंगे।
डीजीपी ने कहा कि अब सभी स्कूल और कॉलेजों में महीने में एकबार डीजी बक्सा घूमेंगा। जिसमें छात्राएं अपनी परेशानी और उनके साथ छेड़खानी करने वाले का नाम और पता लिखेंगी। इसके साथ ही पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई का कितना असर हुआ है इसका भी जिक्र करेंगी।
उन्होंने कहा कि जहां ड्रेस को लेकर लड़कियों पर सवाल उठाया जाता है तो यह वैसे लोगों का काम है जो विकृत मानसिकता के होते है। उन्होंने कहा कि किसी की वासना भड़काने में कपड़ों का दोष कैसे हो सकता है। दरअसल वासनाग्रस्त और विकृत मानसिकता वाले लोग ही ऐसा काम और ऐसी बाते कर सकते है।
कुंदन की रिपोर्ट