PATNA : अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड मामले में बिहार पुलिस ने 40 पेज की रिपोर्ट सीबीआइ को सौंप दी है. मामले की जांच को लेकर बिहार पुलिस को महाराष्ट्र पुलिस का सहयोग न करना चर्चा का विषय बना है. रविवार को शिवसेना नेता संजय राउत की टिप्पणी पर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने एक बार फिर से शायरी से जवाब दिया है. उन्होंने लिखा है कि ..
सफ़र में मुश्किलें आएँ ,तो जुर्रत और बढ़ती है!
अगर रास्ता कोई रोके ,तो हिम्मत और बढ़ती है!!
अगर दुश्मन समझ कर ,मुझको कोई गाली देता है!
सच कहूँ उससे मुहब्बत और बढ़ती है!!
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने इससे पहले भी शायरी के जरिए ही शिवसेना नेता संजय राउत को जवाब दिया था. डीडीपी ने लिखा था कि जीवन भर निष्पक्ष रहकर निष्ठा पूर्वक आम जनता की सेवा की है. मुझ पर बहुत तथ्यहीन अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं. जिसका जवाब देना उचित नहीं. हिफ़ाज़त हर किसी की मालिक बहुत खूबी से करता है! हवा भी चलती रहती है, दीया भी जलता रहता है! मुझे जितनी भी गाली दो लेकिन सुशांत को न्याय चाहिए!
गौरतलब हो कि सुशांत सिंह राजपूत की मामले में शिवसेना नेता संजय राउत ने बिहार सरकार, बिहार के राजनेताओं और बिहार के डीजीपी पर कटाक्ष किया था. उन्होंने कहा था कि कुछ लोग पर्दे के पीछे पटकथा लिख रहे हैं. वो सच छुपाना चाहते हैं। राउत ने कहा कि मुंबई पुलिस एक सक्षम बल है और सच्चाई सामने लाने की पूरी कोशिश कर रही है. वह जब 40-50 दिन की जांच के बाद किसी नतीजे पर आ रही है, तब परेशान करने और भ्रम की स्थिति पैदा करने की कोशिश हो रही है.
उन्होंने सवाल उठाया कि इसके पीछे कौन है? बिहार सरकार, बिहार के राजनेताओं और बिहार के डीजीपी का चरित्र देखिए आप. वो सीधे एक पॉलिटिकल पार्टी के कार्यकर्ता लगते हैं। मालूम हो कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का 14 जून को मुंबई में उनके घर पर पंखे से लटकता शव मिला था. जिसके बाद 25 जुलाई को सुशांत के पिता ने पटना में रिया चक्रवर्ती और उनके स्वजन के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दी थी.