पटना : लॉकडाउन में बिहार में वर्दी की हनक के आगे कानून को ठेंगे पर रखने के कई मामले सामने आ चुके हैं. कुछ दिन पहले ही जहानाबाद में एक डीएसपी को मछली-भात की पार्टी में शामिल होने के आरोप में निलंबित किया गया था. वहीं कटिहार में डीएओ और एक दारोगा को चौकीदार से उठक- बैठक करवाने के मामले में नीतीश सरकार ने एक्शन लिया था. लेकिन सरकार की कार्रवाई का वर्दीधारियों पर कोई असर नहीं पड़ता दिख रहा है.
अरेराज एसडीपीओ ड्यूटी छोड़ पहुंच गए दूसरे जिले में पार्टी करने
ताजा मामला मोतिहारी के अरेराज अनुमंडल के एसडीपीओ ज्योति प्रकाश से जुड़ा है. एसडीपीओ साहब के लिए लॉकडाउन का कोई मायने नहीं है. वर्दी की हनक ऐसी कि जब मन हुआ वर्दी डाली और निकल लिए पार्टी करने. अरेराज एसडीपीओ की एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है.वायरल तस्वीर में वो लॉकडाउन को ताख पर रखकर बेतिया के एक वांटेंड की पार्टी में शामिल होने पहुंच गए.डीएसपी साहब वर्दी पहन कर ड्यूटी छोड़ दूसरे जिले में पार्टी में शामिल होने चले गए और जमकर जन्मदिन के भोज का लुफ्त उठाया।
वांटेड के घर पहुंच गए एसडीपीओ
अब आपको बताते हैं कि अरेराज के एसडीपीओ 14 मई की रात अपनी ड्यूटी छोड़ कर कई किलोमीटर दूर बेतिया के मंझौलिया पहुंच जाते हैं।वहां वे बहुअरवा गांव पहुंचते हैं और राम प्रताप सिंह के घर में आयोजित जन्मदिन की पार्टी में शामिल होते हैं।वे वर्दी में हीं बजाप्ता फोटो खिंचवाते हैं और शान से बच्चे को केक खिलाते हैं। हद तब हो गई जब एसडीपीओ साहब जिस शख्स के घर गए थे उस पर थाने में कई मामले दर्ज हैं।मोतिहारी में एससी-एसटी थाने में भी केस दर्ज है ।इसके अलावे सुगौली में भी केस दर्ज है और पुलिस तलाश कर रही है।
क्या कहते हैं एसडीपीओ
इस संबंध में जब अरेराज एसडीपीओ से पूछा गया तो उन्होंने स्वीकार किया कि हां एक परिचित के घर गए थे।उनकी बेटी का जन्म दिन था।वे बच्चे को आशीर्वाद देकर तुरंत लौट गए थे।