पूर्णिया. नगर निगम आयुक्त पूर्णिया के पक्षपातपूर्ण कार्यवाही को लेकर एस एम झा ने शनिवार को धरना दिया. उन्होंने शहर के लोकतांत्रिक व्यवस्था को माननेवाले लोगों के साथ धरना दिया । एसएम झा जो गरीब और वंचितों की एक मुखर आवाज के रूप में पूर्णिया में वर्षों से चर्चित रहे हैं, उन्होंने विगत दिनों जब फुटकर विक्रेताओं की दुकानों को तोड़ा जा रहा था, भूमिहीनों को प्रताड़ित किया जा रहा था, उस वक्त एक मजबूत आवाज बनकर नगर आयुक्त के कार्ययोजना का विरोध किया था।
एस एम झा ने बताया कि उनके द्वारा किए गए विरोध को निजी खुन्नस और निजी अपमान मानकर नगर आयुक्त पूर्णिया ने उनके कच्चे भवन को तीन मंजिला दर्शाते हुए भवन की सौरा नदी से दूरी जो 200 मीटर से ज्यादा है को 12 मीटर दर्शाते हुए उनके ऊपर ₹1000000 का जुर्माना और भवन को सील करवा दिया है।
उन्होंने नगर आयुक्त पर गंभीर आरोप लगाते हुए यह भी बताया कि सौरा नदी के तट पर 10 मीटर से कम दूरी पर बने हुए 10 मंजिला इमारत पर निगम आयुक्त ने किसी तरह का कार्यवाही नहीं किया है आखिर उन्होंने इस एवज़ में कितना मोटा रकम बतौर रिश्वत लिया है?
एस एम झा ने शहरवासियों का ध्यान एनएच के किनारे बने इंटरनेशनल स्कूल पर नगर आयुक्त ने किसी तरह का कोई कार्यवाही नहीं किया है कैथोलिक चर्च के अंदर सेंट पीटर स्कूल पर भी किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई है नगर निगम आयुक्त के द्वारा किए जा रहे पक्षपात पूर्ण रवैया से जहां प्रबुद्ध जनों शांतिप्रिय डॉक्टरों अच्छे काम करो अशांति का वातावरण है वही भू माफिया राजनीतिक रसूखदार लोग और घूस देने वाले चैन की बंसी बजा रहे एसएम ने आरोप लगाते हुए कहा कि या तो मोटी रकम घुस में लेकर या बन रहे बिल्डिंग में पार्टनरशिप के कारण या फिर किसी अन्य दबाव के कारण नगर आयुक्त ने युक्त भवन निर्माण पर कोई कार्रवाई नहीं की है। झा ने नगर आयुक्त के पक्षपाती रवैये का खुलासा करते हुए कहा कि भट्ठा बाजार में सैकड़ों अनियमित भवनों को अनदेखा करते हुए सिर्फ एक भवन पर कार्यवाई कहीं ना कहीं बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के ओर इशारा कर रहा है।
उन्होंने बताया कि एन एच के किनारे स्थित विवादित जमीन पर अतिक्रमण कर बनाये गये इंटरनेशनल स्कूल पर कार्यवाई नहीं किया जाना, रामबाग में नाला पर स्थित मिल्लिया कॉन्वेंट पर आंख बंद रखना नगर आयुक्त के खुलेआम भ्रष्टाचार और घूसखोरी को उजागर करता है। लाईन बाजार में सैकड़ों अनियमित भवनों को अनदेखा करते हुए सिर्फ चुनिंदा लोगों पर प्रताड़नापूर्ण कार्यवाई आखिर किस ओर इशारा कर रहा है?
उन्होंने कहा कि क्या कुछ चुनिंदा लोगों को टार्गेट बनाकर शेष से वसूली करने की मंशा तो नहीं? झा ने आगे बताया कि उन्हें परोक्ष माध्यमों से धमकियां दिलवाई जा रही है कि यदि एसएम झा खामोश नहीं हुए तो अभी सिर्फ जुर्माना और सील हुआ है आगे दर्जनों केस करवा कर उनको मिट्टी में मिला दिया जाएगा।