बेतिया. होली के दिन बलथर थाने में आगजनी का जायजा लेने के लिए चंपारण रेंज के डीआईजी प्रणव कुमार प्रवीण बेतिया पहुंचे। यहां उन्होंने युवक व हवलदार की मौत दुखद है। साथ ही उन्होंने कहा कि मामले में दोषी पाये जाने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। बलथर पुलस थाने में पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत हो गयी। इसके बाद हिंसक भीड़ ने थाने में आगजनी की थी। इस दौरान एक हवलदार की भी मौत हो गयी थी।
डीआईजी प्रणव कुमार प्रवीण ने कहा कि जो पुलिस लोगों की सुरक्षा के लिए है। वह खुद अपनी जान बचाकर भाग रही थी। इसीसे अराजकता की स्थिति को समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि पुलिस को निहत्था समझकर थाने में अटैक करना काफी दुखद है। मौत चाहे सिविलियन की हुई या पुलिसकर्मी की, जान हर एक की कीमती होती है।
तीन दिन पहले होली के दिन एक डीजे बजा रहे युवक को पुलिस थाने लाई थी। उसकी तबियत बिगड़ने के बाद मौत हो गई थी। इसके बाद ग्रामीण उग्र हो गये और पुलिस थाने पर हमला कर दिया। हिंसक भीड़ ने थाने में जमकर आगजनी की। थाने में रखी चारपहिया वाहनों को भीड़ ने आग के हवाले कर दिया था। भीड़ इतनी हिंसक हो गई थी कि एक हवलदार को पीटकर मार डाला था।