पटना. शराब से राज्य में हो रही मौतों को लेकर भाजपा का हल्ला बोल जारी है. भाजपा नेताओं ने बुधवार को विधान मंडल परिसर में धरना दिया और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की. भाजपा के विधायकों और एमएलसी ने नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा और विधान परिषद में विरोधी दल के नेता सम्राट चौधरी के नेतृत्व में धरना दिया. उन्होंने अपने हाथों में तख्ती लेकर नीतीश सरकार पर आरोप लगाया कि सारण, बेगूसराय या हो सीवान शराब ने लील ली सैंकड़ो जान. उन्होंने नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए मांग कि सत्ता संपोषित शराब बिकवाना बंद करें. साथ ही जहरीली शराब पर मृतकों को मुआवजा देना होगा.
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि 5 दिनों के शीतकालीन सत्र में विपक्ष ने जनता के सवाल उठाए लेकिन, विधायकों के साथ जो व्यवहार किया गया वह सही नहीं है. शराब मामले में न्यायिक जांच होनी चाहिए. सरकार को पीड़ित परिवारों को मुआवजा देना होगा क्योंकि मौतें सत्ता संपोषित हुई हैं. भाजपा नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार को इस्तीफा देना होगा. शराबबंदी राज्य में फेल हो चुकी है. इससे हर दिन गरीब गुरबे लोग मर रहे हैं लेकिन ऐसे अपराधों को बढने का बाद भी नीतीश कुमार अपनी गलती मानने को तैयार नहीं हैं.
सम्राट चौधरी ने कहा कि शराबबंदी के नाम पर लोगों को जहरीली शराब पिलाने का काम किया जा रहा है. नीतीश कुमार उलटे पीड़ितों के प्रति निर्दयी बने हैं. भाजपा पीड़ितों को मुआवजा दिलाने के लिए आवाज बुलंद करते रहेगी. धरना में शामिल नेताओं ने नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही सरकार से शराब नीति के कारण परेशान हो रहे गरीबों को राहत देने की मांग की.
दरअसल, यह पहली बार है कि विधानमंडल की कार्यवाही खत्म होने के बाद विधानसभा परिसर में धरना प्रदर्शन हो रहा है. भाजपा का आरोप है कि सदन में ही पक्षपात किया जा रहा है. भाजपा ने नीतीश सरकर पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया है. इसके विरोध में भाजपा के नेता दो घंटों के लिए विधानसभा में प्रतीक चिन्ह के रूप में बनाए गए बोधि वृक्ष के नीचे धरना दे रहे हैं.