NALANDA : जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने शनिवार को जिला कोषागार और जिला अवर निबंधन कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. जिलाधिकारी जब जिला कोषागार कार्यालय गए तो सबसे पहले वरीय कोषागार पदाधिकारी राजेश कुमार कार्यालय में मौजूद नहीं थे. साथ ही कार्यालय के वरीय लेखापाल कृष्णकांत कुमार, लेखापाल मोहम्मद नैयर निजामी, डाटा एंट्री ऑपरेटर लैक अंसारी, पंकज कुमार, रामप्रवेश कुमार और नियोजित लिपिक उमाकांत कुमार भी कार्यालय में उपस्थित नहीं थे.
जिला पदाधिकारी ने कोषागार पदाधिकारी सहित अन्य अनुपस्थित पाए गए कर्मियों से स्पष्टीकरण पूछते हुए तत्काल प्रभाव से उनके वेतन/ मानदेय भुगतान को स्थगित करने का आदेश दिय है. स्पष्टीकरण प्राप्त होने के बाद संतोषजनक पाए जाने तक वेतन/ मानदेय भुगतान स्थगित रहेगा.
जिला कोषागार कार्यालय के निरीक्षण के उपरांत जिला पदाधिकारी ने जिला अवर निबंधन कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उच्च वर्गीय लिपिक वसंत कुमार, शबाना खातून और वीणा देवी, रात्रि प्रहरी मोहम्मद सोहेल अनवर, कंप्यूटर ऑपरेटर निरंजन कुमार, संतोष कुमार, जूही कुमारी और खुशबू कुमारी अनुपस्थित पाए गए. जिला पदाधिकारी ने सभी अनुपस्थित कर्मियों से स्पष्टीकरण पूछते हुए संतोषजनक स्पष्टीकरण प्राप्त होने तक उनके वेतन/ मानदेय भुगतान को स्थगित करने का आदेश दिया.
बताते चले की जिला पदाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों और कर्मियों को समय से कार्यालय में उपस्थित होकर अपने दायित्व का निर्वहन करने का स्पष्ट रूप से पूर्व में आदेश दिया है. उनकी ओर से लगातार विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि सभी पदाधिकारियों और कर्मियों को अपने कार्य प्रणाली में सुधार लाना होगा.
नालंदा से राज की रिपोर्ट