NAWADA : एक तरफ छठ पर्व को शांतिपूर्वक संपन्न कराने की जिम्मेदारी, भीड़ को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी, वहीं दूसरी तरफ एक आम आदमी की तरह बेटे को कंधे पर उठाए छठ घाट घूमते हुए नजर आना। यह दोनों तस्वीरें एक ही व्यक्ति की है, जिसकी तस्वीर जिले में तेजी से शेयर की जा रही है। इस तस्वीर में बेटे को कंधे पर उठाए व्यक्ति जिले के डीएम यशपाल मीणा हैं। जो बीते बुधवार को मिर्जापुर स्थित सूरज घाट पहुंचे थे। जहां उन्होंने बेटे के साथ नदी में प्रवेश किया और डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया।
बता दें कि डीएम, एसपी,एसडीओ, डीएसपी वीडियो, सीओ सभी अधिकारी के साथ छठ घाट का दौरा किया और विधि व्यवस्था को देखें। उसी दौरान अपने परिवार के साथ छठ घाट कि नदी में प्रवेश किए। और भगवान भास्कर का आराधना करते हुए डूबते हुए सूरज को अर्घ्य दिया। और जिले के लिए कामना किए। इस दौरान वह दृश्य देखने को तब मिला जब डीएम के द्वारा अपने ही बच्चे को कंधा पर लेकर नदी में प्रवेश किए तो देखने वाले भी डीएम को देखकर काफी खुशी का इजहार करने लगा। स्थानीय लोगों ने कहा कि बहुत अच्छा लगा देखने में अपने बच्चे को कंधा पर लेकर नदी में प्रवेश करते हैं और भगवान की आराधना करते हैं। इससे बड़ी बात और क्या होगी।
जिला के लिए इन वरीय अधिकारी से तो सीख जरूर मिलती है। अपने बच्चे को किस तरह से ख्याल रखना चाहिए। क्योंकि मेले में बच्चे काफी गुम हो जाते हैं। अगर डीएम चाहते तो बॉडीगार्ड को भी अपने बच्चे को संभालने के लिए दे सकते थे। लेकिन इन्होंने अपने बच्चे को गोद में लेकर कंधा पर बैठा कर सूरज घाट के नदी में प्रवेश किए। इससे आम आदमी भी जरूर जागरूक होंगे। अपने परिवार के सदस्य अपने परिवार के लोगों को किस तरह से हिफाजत करना चाहिए।