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डॉक्टर ने UPSC प्रीलिम्स के बाद हटा दी थीं किताबें, फिर ऐसे बनीं IAS

डॉक्टर ने UPSC प्रीलिम्स के बाद हटा दी थीं किताबें, फिर ऐसे बनीं IAS

Desk: जीवन में कुछ करना चाहते हैं तो उसके लिए जरूरी है लगन. आज हम आपको निधि पटेल के बारे में बताने जा रहे हैं जो पेशे से डॉक्टर हैं. उन्होंने 2018 में यूपीएससी   पास की थी. सबसे खास बात ये है उन्होंने इस परीक्षा की तैयारी 9 महीने में की. आइए जानते हैं उनके बारे में.

निधि महिला और स्त्री रोग विशेषज्ञ थीं और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में बतौर सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर कार्यरत थीं. वह अपने फील्ड में अच्छा काम कर रही थीं, जिसके बाद उन्हें महसूस हुआ कि यूपीएससी की परीक्षा देनी चाहिए. फिर उन्होंने परीक्षा की तैयारी साल 2016 में शुरू कर दी थी.  बता दें, परीक्षा में उन्होंने 364वीं रैंक हासिल की थी. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया "मैंने यूपीएससी परीक्षा देने के बारे में कभी नहीं सोचा था. लेकिन ये तय था अगर मैं यूपीएससी  परीक्षा देती हूं तो इस परीक्षा को एक ही साल में पास करना होगा, क्योंकि मेडिकल फील्ड से हटकर एक डॉक्टर होने के नाते ज्यादा समय देना मुमकिन नहीं था. ऐसे में परीक्षा की तैयारी इस माइंडसेट से की थी कि ये आखिरी प्रयास है."

निधि ने बताया - "एक डॉक्टर के नाते आप इतना कुछ नहीं कर पाते. बस अस्पताल तक ही सीमित रहते हैं, इस वजह से मैंने यूपीएससी परीक्षा देने का फैसला किया  था." मैंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी, लेकिन उस समय मुझे इस परीक्षा का बैकग्राउंड नहीं मालूम था.  ऐसे में मैंने अपने एक सीनियर को कॉल किया जिन्होंने साल 2015 में यूपीएससी परीक्षा पास की थी. "बता दें, दोस्त की मदद से डॉ निधि ने अपनी तैयारी शुरू कर दी, और उन्होंने सिर्फ 9 महीने की तैयारी के साथ साल 2018 में 364वीं रैंक हासिल की थी. दोस्त ने उन्हें बताया कि किस किताब से और कैसे तैयारी करनी है. डॉ निधि ने बताया कि जो उम्मीदवार यूपीएससी की तैयारी पहली बार कर रहे हैं, वह पहले इस परीक्षा के लिए अच्छे से रिसर्च कर लें उसके बाद ही आगे ही प्रक्रिया शुरू करें.

इस परीक्षा के लिए सबसे जरूरी है बेसिक को क्लियर करना, साथ ही न्यूज से खुद को अपडेट रखना भी जरूरी है. प्रीलिम्स के  लिए ज्यादा समय देने की जरूरत नहीं है. कम समय में अच्छी तैयारी करें. इसी के साथ मेंस परीक्षा की तैयारी साथ में करते रहे, वह महत्वपूर्ण परीक्षा है. निधि ने बताया प्रीलिम्स के लिए ज्यादा टेंशन न लें, अगर आपका बेसिक क्लियर है तो वह आसानी से हो जाता है.  मेंस परीक्षा के लिए 2 या ढाई महीने मिलते हैं. ऐसे में इस परीक्षा की तैयारी पहले से ही करनी है. 

प्रीलिम्स परीक्षा होने के बाद निधि ने अपने कमरे से किताबों की संख्या कम कर दी थी. क्योंकि कमरे में किताबें रखी होने से  सब कुछ पढ़ने का मन करता था. ऐसे में उन्होंने वही किताबें कमरे में रखी जो मेंस परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़ी जानी थी. डॉ निधि के अनुसार इस परीक्षा को क्रैक करने का बेहद जरूरी मूलमंत्र है टाइम मैनेजमेंट को समझना. निधि ने बताया यूपीएससी परीक्षा पास करने लिए जरूरी है कि परीक्षा की तैयारी के दौरान आपने कितनी  चालाकी दिखाई है, साथ ही तैयारी के दौरान अपने आस- पास पॉजिटिव लोगों को रखें.

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