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बिहार में ड्राइ रन सफल, टीककरण के बाद कई प्रक्रियाओं से गुजरना होगा... जानिए विस्तार से...

बिहार में ड्राइ रन सफल, टीककरण के बाद कई प्रक्रियाओं से गुजरना होगा... जानिए विस्तार से...

डेस्क... कोरोना महामारी से बचाव के लिए अब लोगों को पूरी तरह से राहत मिलने की उम्मीद है।  कोरोना वैक्सीन की मंजूरी मिलने के बाद टीकाकरण को लेकर शनिवार को बिहार में ड्राइ रन सफल रहा। बिहार के तीन जिले पटना, बेतिया और जमुई में ड्राइ रन किया गया, जो सफल भी रहा। राजधानी में तीन जगहों दानापुर अनुमंडल अस्पताल, फुलवारीशरीफ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं शास्त्रीनगर शहरी पीएचसी में में ड्राइ रन किया गया। टीकाकरण के बाद लोगों को कई प्रक्रियाओं से गुजरना होगा। टीकाकरण स्थल पर तीन चैंबर बनाए गए हैं। पहला वेंटिंग रूम होगा, दूसरा वैक्सीनेशन चैंबर और तीसरा आब्जर्वेशन चैंबर होगा। 

वैक्सीनेशन के बाद लोगों को 30 मिनट तक आब्जर्वेशन चैंबर में रहना होगा, ताकि वैक्सीनेशन के बाद किसी प्रकार की परेशानी होने पर वैसे लोगों का उपचार हो सके. टीकाकरण होने के पहले वैसे लोगों को मोबाइल पर मैसेज भी जाएगा। ड्राइ रन के आधार पर ही आगे भी टीकाकरण का काम होगा।

ड्राइ रन के दौरान  स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर इसका जायजा लिया। मंत्री ने राजधानी के फुलवारीशरीफ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और शास्त्रीनगर के शहरी पीएचसी पर जाकर टीकाकरण के ड्राइ रन को देखा। साथ ही संबंधित स्थानों का निरीक्षण कर डाटा बेस की जानकारी भी ली। 


मंत्री की मौजूदगी में शास्त्रीनगर अस्पताल में एक हेल्थवर्कर उषा सिन्हा को डमी वैक्सीन का डोज दिया गया। मौके पर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार एवं सिविल सर्जन विभा कुमारी भी मौजूद थीं। कुल 225 लोगों पर ट्रायल किया गया।

ड्राइ रन का जायजा लेने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि टीकाकरण की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। केंद्र सरकार के निर्देश पर राज्य में किसी भी दिन कोरोना टीकाकरण का काम शुरू हो जाएगा। केंद्र सरकार से वैक्सीन की उपलब्धता के अनुसार ही वैक्सीनेशन होगा। टीकाकरण का पहला डोज स्वास्थ्यकर्मियों को दिया जाएगा। इसकी सूची भी बन कर तैयार है। सरकारी हेल्थवर्करों का डेटा बेस तैयार हो गया है। प्राइवेट संस्थानों से भी सूची मांगी गई है।


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