एक तरह बिहार के स्वास्थ्य मंत्री सभी सरकारी अस्पतालों को बेहतर और अच्छी सुविधा उपलब्ध कराने के दावे करते हैं. वहीं दूसरी तरफ जिले के सदर अस्पताल में ही प्रसव के लिए लिए आई महिला की सिर्फ इसलिए मौत हो गई, क्योंकि परिजनों ने समय पर पैसों की डिमांड पूरी नहीं की, जिसके कारण इलाज में देरी हो गई। प्रसुता की मौत के बाद उसके परिजनों ने जमकर हंगामा किया। बाद में अधिकारियों और पुलिस की कोशिश के बाद मामला शांत हुआ।
मामला नगर थाना क्षेत्र के घोड़ा बारी फुलेरा गांव के इस मामले में आरोप है कि प्रसव के लिए सदर अस्पताल आई महिला को बार-बार टाल दिया गया, परिजनों का आरोप यह भी है कि प्रसव के लिए आई महिला के परिजनों से रुपया का भी डिमांड किया गया जो पूरा नहीं किये जाने के कारण महिला का इलाज नहीं हुआ और मौत हो गयी।
इस घटना पर परिजनों ने प्रसव पीड़िता सोनी के मौत के बाद जमकर बवाल काटा है, बाद में स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारी और पुलिस के पहल से किसी तरह संबंधित लोगों पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।