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जन्माष्टमी के विसर्जन जुलूस के दौरान उपद्रवियों ने किया पथराव, मौके पर पहुंची पुलिस, फिर छावनी में तब्दील हुआ सासाराम का मोची टोला

जन्माष्टमी के विसर्जन जुलूस के दौरान उपद्रवियों ने किया पथराव, मौके पर पहुंची पुलिस, फिर छावनी में तब्दील हुआ सासाराम का मोची टोला

SASARAM: सासाराम के मोची टोला में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक धर्म विशेष के उपद्रवियों द्वारा पथराव की सूचना पर पुलिस पहुंची तो तीनों लोगों को मौके से गिरफ्तार किया। दरअसल, सासाराम में श्री कृष्ण जन्मोत्सव के बाद प्रतिमा विसर्जन के लिए जुलूस निकाली गई, जो गोला बाजार होते हुए मोची टोला के पास पहुंची। बताया जाता है कि धर्म विशेष के लोगों ने विसर्जन के जुलूस पर पथराव कर दिया। जिसकी सूचना मिलते ही नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची तथा हंगामा एवं मारपीट कर रहे युवको को खदेड़ दिया। बाद में मौके से तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही बिना अनुमति के डीजे बजाने पर डीजे को जब्त कर लिया गया। इतना ही नहीं सूचना मिलते ही आसपास के थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई एवं भारी पुलिस बल को मौके पर तैनात कर दिया गया, पूरा मोची टोला को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। वहीं पथराव करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है।

बिना अनुमति डीजे बजाने पर भी कार्रवाई

रोहतास के एसपी विनीत कुमार ने बताया कि बिना अनुमति के डीजे बजाने पर कार्रवाई हुई है तथा विसर्जन के जुलूस में निकले डीजे को जब्त कर लिया गया है। साथ ही जांच की जा रही है कि किस परिस्थिति में अनुमति नहीं मिलने के बावजूद डीजे बजाया गया। बता दें कि जन्माष्टमी के पहले ही जिला प्रशासन द्वारा शांति समिति की बैठक कर डीजे बजाने पर पूर्णत रोक लगा दिया गया था तथा निर्देश दिया गया था कि किसी हाल में डीजे नहीं बजाना है लेकिन फिर भी डीजे बजाया गया अंततः पुलिस ने डीजे को जब्त कर लिया।

उपद्रव करने पर तीन गिरफ्तार

रोहतास के एसपी विनीत कुमार ने पत्रकारों को व्हाट्सएप मैसेज भेज कर बताया कि इस मामले में तीन उपद्रवियों की गिरफ्तारी हुई है। मौके पर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। एसपी ने अपने जानकारी में बताया कि पथराव की सूचना पर पुलिस पहुंची तथा उसके बाद यहां कार्रवाई हुई है।

रामनवमी के जुलूस में भी भड़की थी हिंसा

बता दें कि इसी वर्ष 30 मार्च को रामनवमी के जुलूस के बाद सासाराम में हिंसा भड़की थी। जिसमें गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी। साथ ही उपद्रवियों ने कई घरों को जला दिया था। उसी दौरान रोहतास के डीएम धर्मेंद्र कुमार तथा एसपी विनीत कुमार के मौजूदगी में भी कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया था। जिसके बाद गृह विभाग में काफी आपत्ति दर्ज की थी। पुलिस ने इस मामले में 200 से अधिक लोगों पर कार्रवाई की थी। साथ ही भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को भी गिरफ्तार का जेल भेजा था।

शांति समिति की बैठकों का नहीं मिला फायदा

चुहल्लम एवं जन्माष्टमी को लेकर जिला प्रशासन पिछले 15 दिनों से विशेष तैयारी कर रही थी। इसके बावजूद बिना अनुमति के डीजे पूरे नगर में बजता रहा, जब पथराव हुआ उसके बाद पुलिस की तंद्रा टूटी और डीजे को जब्त किया गया। सवाल उठता है कि बिना अनुमति के पूरे नगर में डीजे घूम रहा था। लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं हुई। अगर पथराव की घटना नहीं होती तो डीजे को जब्त करने की कार्रवाई संभवत: नहीं हो पाती। बड़ी बात यह है कि पूरे नगर में चप्पे चप्पे पर पुलिस बल एवं दंडाधिकारी की तनाती थी। इसके बावजूद बिना अनुमति के डीजे पूरे नगर में बजता रहा। सवाल उठता है कि इस दौरान ड्यूटी पर लगाए गए लापरवाह दंडाधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों पर क्या विभाग कार्रवाई करेगी ?

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