Vaishali : बाढ़ से प्रभावतों के लिए सरकार किस प्रकार सहायता मुहैय्या करा रही है. इसकी सच्चाई तब खुलकर सामने आ गई, जब एक बुजुर्ग की मौत हो गई। जलप्रलय के कारण बुजुर्ग अपने पूरे परिवार के साथ ऊंचे स्थान पर शरण लिए हुए था। लेकिन इसके बाद भी उसकी जान नहीं बच सकी। बताया गया कि उसकी मौत की वजह बाढ़ की विभिषिका से नहीं, भूख के कारण हुई है। परिवार का आरोप था कि जिला प्रशासन की तरफ से किसी बाढ़ पीड़ित को कई दिनों से खाना उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है, जिसके कारण उनकी मौत हो गई। परिवार के इन आरोपों के बाद तत्काल प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि पहले भी वह घूम-घूमकर मांग कर खाते थे. परिवार के लोगों ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया था।
मामला वैशाली के सदर अनुमंडल अंतर्गत लालगंज से जुड़ा हैं जहा जलप्रलय के कारण ऊंचे स्थान पर शरण लिए वार्ड नंबर 3 में एक वृद्ध हामिद शाह की संदिग्ध मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों का कहना है कि वार्ड नंबर 1 सल्लापुर पंखोटोली में पानी भर जाने के कारण सभी लोग वार्ड नंबर 3 में उचित स्थान पर शरण लिए हैं और इस दौरान कई दिनों से खाना नहीं मिला जिसके कारण वृद्ध की मौत हो गई। लोगों का कहना था कि पिछले 11 दिन से हमलोग यहां मौजूद हैं, जिनमें 10 दिन से किसी को खाना नहीं मिला है। जिसके कारण यहां कई लोगों की हालत खराब हो चुकी है।
प्रशासन की ओर से वृद्धि की भूख से मरने की घटना को सिरे से खारिज कर दिया गया। सदर एसडीओ अरुण कुमार ने बताया कि बुजुर्ग बीमार चल रहा था और भूख से मरने की बात बिल्कुल गलत है और मनगढ़ंत है।