PATNA : बिहार में निकाय चुनाव में हो रही देरी का खामियाजा आज 100 से अधिक नगर निकायों को उठाना पड़ेगा। आज इन निकायों के निर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्यकाल पूरा हो रहा है। पांच साल पहले आज के दिन इन्होंने शपथ ली थी। बिहार के 6 नगर निगम, 31 नगर परिषद और 63 नगर पंचायत शामिल हैं। अब इन निकायों में सारी जिम्मेदारी जिलाधिकारी के पास चली जाएगी। जिला प्रशासन चुनाव होने तक यहां प्रशासक की नियुक्ति कर सकता है।
बिहार में जिन नगर निगम का कार्यकाल आज पूरा हो रहा है, उनमें आरा, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और बेगुसराय नगर निगम शामिल हैं। इन सभी निकायों में निर्वाचित पार्षदों के कार्यकाल की आखिरी तारीख 9 जून है। चुनाव होने तक इन सभी निकायों के संचालन की जिम्मेदारी प्रशासकों को सौंपी जाएगी। बता दें कि इन सभी निकायों में मुख्य पार्षद/उप मुख्य पार्षद का चुनाव और शपथ ग्रहण का काम 9 जून 2017 को हुआ था। पार्षदों का कार्यकाल 5 साल का होता है। बिहारशरीफ नगर निगम का परिसीमन होने से वहां बोर्ड पहले ही भंग है। वहीं, पूर्णिया और कटिहार नगर निगम का कार्यकाल पहले ही खत्म हो चुका है।
दस दिन में पटना की भी बारी
जहां आज सौ के करीब निकायों का कार्यकाल पूरा हो रहा है, वहीं जल्द ही इस लिस्ट पटना नगर निगम भी शामिल होनेवाला है। बताया गया कि पटना नगर निगम में मौजूदा सरकार का कार्यकाल आगामी 19 जून को पूरा हो जाएगा। वहीं जिले की नगर परिषद बाढ़, खगौल, दानापुर, मोकामा, मसौढ़ी, फुलवारीशरीफ, बख्तियारपुर और नगर पंचायत मनेर का कार्यकाल 21 जून को समाप्त हो जाएगा। कटिहार जिले की नगर पंचायत बारसोई का कार्यकाल भी इसी दिन खत्म होगा। वहीं, मुंगेर नगर निगम के कार्यकाल खत्म होने की तारीख 27 जून है।
हाल फिलहाल चुनाव के आसार नहीं
बिहार में अब तक निकाय चुनाव संपन्न हो जाने थे। लेकिन परिसीमन के बाद नए वार्डों के गठन करने में हो रही देरी और जाति के आधार पर वार्डों में उम्मीदवारों के आरक्षण को लेकर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हो सका है। ऐसे में अगले दो तीन महीनों में निकाय चुनाव नहीं हो सकते हैं।