News4nation desk : कोरोना को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन है। इस दौरान किसी को खाने-पीने की कोई तकलीफ न हो इसे लेकर सरकार द्वारा हर कदम उठाए गए है। जरुरतमंद लोगों तक सरकार द्वारा जरुरत की हर सामग्री पहुंचाई जा रही है। लेकिन कुछ लोग ऐसे है जो इस संकट की घड़ी में भी शर्मनाक काम और सरकारी सहायता का गलत इस्तेमाल करने से बाज नहीं आ रहे है।
ऐसा ही एक मामला शुक्रवार राजस्थान के अजमेर से सामने आया है। जहां सरकारी सहायता का एक व्यक्ति द्वारा गलत इस्तेमाल किया गया है। अब प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई किये जाने का मन बनाया है।
घर में भरा था जरुरत का सभी सामान
दरअसल, लॉकडाउन के दौर भूखे मरने की नौबत बताते हुए शख्स ने सरकारी मदद मांगी थी। फोन पर इस शख्स से बात के बाद प्रशास ने उसके घर राहत सामग्री भिजवाई। लेकिन इस दौरान जब सरकारी कर्मचारी उसके घर पहुंचे तो अंदर का नजारा देखकर अवाक रह गये।
कंट्रोल रूम में फोन किया भूख से मर रहा हूं
अजमेर अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बताया कि खानपुरा के चांद मोहम्मद ने शुक्रवार को जिलास्तरीय कंट्रोल रूम पर फोन करके भोजन एवं सामग्री के लिए सहायता मांगी थी। प्रशासन ने सहायता पहुंचाने के लिए क्षेत्र के अधिकारियों को निर्देशित किया।
इस दौरान चांद मोहम्मद ने फिर फोन करके कहा कि मैं भूख से मर रहा हूं, मेरे मरने के बाद सहायता पहुंचेगी क्या? इसे प्रशासन ने गंभीरता से लिया और खानपुरा के रसद विभाग के अधिकारी तुरंत सूखी राशन सामग्री एवं तैयार भोजन के पैकेट लेकर गए।
साधन सम्पन्न, AC-कूलर, गाड़ी सब
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन प्रत्येक जरूरतमंद तक सामग्री पहुंचना सुनिश्चित करने के साथ ही प्रशासन द्वारा व्यक्ति की आवश्यकताओं एवं सामग्री की उपलब्धता के संबंध में जांच की जाती है। लेकिन जांच करने पर चांद मोहम्मद घर में मोटरसाइकल, गैस कनेक्शन, फ्रिज, कूलर जैसी उपभोक्ता वस्तुओं के होने से सम्पन्न नजर आया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की वजह से वास्तव में जरूरत मंदों तक समय पर राहत सामग्री नहीं पहुंच पाती है।