NEWS4NATION DESK : बच्चों के पैदा होने पर घर में खुशियां मनाई जाती है। मां-बाप सारे तकलीफों को खुद सहकर बच्चों को पालन-पोषण करते है। लेकिन वहीं बच्चे संपत्ति की लालच में कुछ ऐसा कर गुजरते है, जिससे उन मां-बाप को तो छोड़ेए आमलोगों का रिश्तों से विश्वास डगमगा जाता है।
झारखंड गोमो से एक ऐसी ही घटना सामने आई है जिसे जानकर आप सोचने पर मजबूर हो जायेंगे कि हमारा समाज किस ओर जा रहा है। किन रिश्तों पर विश्वास किया जाय़े।
गोमो के हरिहरपुर के गुनघसा गांव में रविवार को एक ऐसी घटना हुई जिससे गांव के सभी लोग दंग रह गए। बाद में पुलिस और मुखिया को मामले का हल निकालना पड़ा।
दरअसल गुनघसा गांव निवासी 60 वर्षीय मीना देवी का शनिवार को निधन हो गया। मौत के बाद उनके पेंशन के पैसे को लेकर बेटों के बीच विवाद हो गया। बेटे इस बात पर अड़ गए कि जबतक मां के पेंशन के पैसे का बंटवारा नहीं हो जाता, तबतक अंतिम संस्कार नहीं होगा। नतीजनतन मीना देवी की लाश 24 घंटे तक पड़ी रही।
बताया जा रहा है कि पति की मौत के बाद मृतिका अपने छोटे बेटे के साथ रहती थी। मृतिका के पति की मौत बीस साल पहले गोली लगने से हुई थी और हत्या का आरोप एक बेटे पर ही लगा था। हालांकि बाद में सबूत के अभाव मामले को संदेहास्पद बताया गया था।
पति की मौत के बाद मृतिका मीना देवी अपने छोटे बेटे के साथ रहती थी। उसकी मौत के बाद उनके पेंशन के पैसे की बात को लेकर मंझला बेटा उग्र हो गया।
बेटों के बीच हुए इस विवाद की जानकारी मुखिया और पुलिस तक पहुंची। जिसके बाद पुलिस और मुखिया प्रतिनिधि ने बैठक कर बेटों के बीच पैसे का बंटवारा हुआ। उसके बाद पुलिस और मुखिया के पहल पर अंतिम संस्कार हो पाया।