News4nation desk : पश्चिम बंगाल से एक ब़ड़ी खबर सामने आई है। जहां कोरोना हालात का जायज लेने पहुंची केन्द्रीय टीम को ममता सरकार ने कोलकात में ही रोक दिया है।
सेंट्रल टीम के लीडर और रक्षा मंत्रालय में अपर सचिव अपूर्व चंद्रा ने राज्य सरकार पर कई बड़े आरोप लगाए हैं।
अपूर्व चंद्रा ने कहा है कि केंद्र सरकार ने आईएमसीटी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान जैसे राज्यों में भी भेजी है जहां उन्हें राज्य सरकारों का पूरा सहयोग मिल रहा है। इन राज्य सरकारों को भी पश्चिम बंगाल जैसा नोटिस भेजा गया था, मगर उन्हें काम शुरू करने के बाद से कोई परेशानी नहीं हुई।'
उन्होंने बताया कि मुझे यहां एक दिन हो गया है मगर राज्य सरकार की तरफ से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है।
दो इलाकों में ही जा पाई है केंद्रीय टीम
अपूर्व ने बताया, 'हम यहां सोमवार को आ गए थे और केंद्र सरकार के आदेश के मुताबिक राज्य सरकार को हमें लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया कराना था। मैं यहां आने के बाद से राज्य के मुख्य सचिव के संपर्क में हूं और राज्य के प्रभावित इलाकों में जाने के लिए सपोर्ट मांग रहा हूं।' उन्होंने कहा कि अभी तक हम सिर्फ नाबन्ना और एनआईसीईडी जा पाए हैं।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की इस टीम में एनडीएमए, पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट, स्वास्थ्य विभाग, उपभोक्ता विभाग के कई अधिकारी शामिल हैं। हमारा काम राज्य में कोविड-19 की वजह से पैदा हुए हालात को देखना और राज्य सरकार को सहायता उपलब्ध कराना था।
अपूर्व चंद्रा ने बताया कि हमारी चीफ सेक्रटरी के साथ सोमवार शाम को मीटिंग हुई थी और उन्होंने कहा था कि आज सुबह फिर से एक मीटिंग होगी और उसके बाद हम तय इलाकों में जाएंगे। मगर हमें बताया गया है कि कुछ कारणों से हम नहीं जा सकते।
बता दें दो दिन पहले ही गृह मंत्रालय ने कहा था कि देश के पांच राज्यों के कई शहर में कोरोना की स्थिति काफी भयावह है। इन राज्यों में केन्द्रीय टीम हालात का जायजा लेने जायेगी।