PATNA : एक तरफ बिहार में शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू कराने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ पटना स्थित उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त के कार्यालय से दर्जनों की संख्या में शराब की खाली बोतलें बरामद की गई हैं। रोचक बात यह है कि इन ज्यादातर बोतलों पर 2022 में निर्माण की तारीख लिखी हुई है। ऐसे में जाहिर है कि यह भी नहीं कहा जा सकता है कि सालों से यह खाली शराब की बोतल यहां रखी हुई होगी। सहायक आयुक्त के कार्यालय से शराब की दर्जनों खाली बोतले मिलने से हड़कंप मच गया है।
दरअसल, गाँधी मैदान के समीप स्थित सहायक उत्पाद आयुक्त कार्यालय को तोड़ा जा रहा है। भवन के टूटते ही यहां से बड़ी संख्या में अवैध शराब की खाली बोतलें बरामद किया गया है। इन बोतलों पर 2022 हरियाणा व् अन्य राज्यों के निर्मित लेबल चिपके हुए हैं। जो बताती हैं कि यह शराब की बोतल इसी साल यहां लाई गई है।
क्या होती थी पार्टियां
बता दें कि पटना व आसपास के इलाकों से जब्त शराब को नष्ट करने के लिए यहां लाया जाता था। जिसे बोतल के साथ ही नष्ट करने का नियम है। लेकिन यहां बोतलें तो हैं,लेकिन शराब गायब है। ऐसे में अब सवाल उठ रहे है कि क्या जब्त शराब के साथ कार्यालय में पार्टी होती थी। सहायक उत्पाद विभाग के भवन तोड़े जाने के दौरान बिहार मे शराब बंदी की पोल एक बार फिर से खुल गई है।
यह शराब की बोतलें यहां कैसे पहुंची, इस मामले में फिलहाल किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया किसी अधिकारी की और से नहीं दी गई है।