DESK. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कोलकाता रेप कांड पर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'बस बहुत हो गया'. महिलाओं पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि हमें इस विकृति से व्यापक तरीके से निपटना चाहिए ताकि इसे शुरू से ही रोका जा सके। 'निर्भया' के बाद से 12 वर्षों में, समाज ने अनगिनत बलात्कारों को भुला दिया है; यह 'सामूहिक भूलने की बीमारी' घृणित है। इतिहास का सामना करने से डरने वाले समाज सामूहिक भूलने की बीमारी का सहारा लेते हैं; अब समय आ गया है कि भारत इतिहास का सामना करे। जब कोलकाता में छात्र, डॉक्टर और नागरिक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, तब अपराधी दूसरी जगहों पर घूम रहे थे।
बीजेपी ने बुधवार को 12 घंटे का बंगाल बंद बुलाया है. इस दौरान राज्य में कई जगहों पर व्यापक विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है. वहीं भाजपा के बंद बुलाने पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि मैं अगले हफ्ते विधानसभा बुलाउंगी. वहां 10 दिन में दुष्कर्म के दोषी को फांसी का बिल पास करेंगे और राज्यपाल के पास भेज देंगे. मुझे पता है कि वो कुछ नहीं करने वाले हैं, लेकिन मैं लड़कियों से कहूंगी कि वे उनका घेराव करें. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़ी-बड़ी बात करते हैं. राज भवन में एक लड़की के साथ बदसलूकी हुई, जिसे मुझे वहां से निकाल कर दूसरी जगह नौकरी देनी पड़ी.
उन्होंने कहा कि बीजेपी के बंद का उद्देश्य बंगाल को बदनाम करना है. वह आरजी कर अस्पताल बलात्कार-हत्या मामले की जांच को पटरी से उतारने की साजिश रच रही है. इन सबके बीच अब राष्ट्रपति ने पूरे मामले में बड़ा बयान दिया और कोलकाता रेप कांड पर गहरी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि कहा कि मैं बहुत निराश और भयभीत हूं. बेटियों के खिलाफ अपराध बर्दाश्त नहीं. उन्होंने कहा, बस अब बहुत हुआ.