दिल्ली. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी के राज्यसभा में पूछे गये सवाल पर केंद्रीय श्रम और रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने राज्यसभा में बताया कि दरभंगा और भागलपुर में राज्य कर्मचारी बीमा निगम द्वारा अस्पताल खोलने की कोई योजना नहीं है। साथ ही बिहटा स्थित मेडिकल कॉलेज में 100 सीटों में से 81 छात्रों का नामांकन किया गया है। वहीं ईएसआई कोटे से आरक्षित 35 सीटों में से 32 पर नामांकन हो गया है।
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय श्रम और रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने बताया कि कर्मचारी राज्य बीमा निगम के अंतर्गत चिकित्सा महाविद्यालय बिहटा में प्रतिवर्ष 100 सीटें हैं तथा 21 मार्च तक शैक्षणिक वर्ष 2020-21 (प्रथम बैच) में 81 छात्र नामांकित किए गए हैं। इस मेडिकल कॉलेज में ईएसआई बीमित व्यक्ति (आईपी) के बच्चों के लिए 100 सीटों में से 35 सीटें आवंटित की गई हैं और इन आवंटित सीटों में से 32 छात्रों का नामांकन किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि दरभंगा और भागलपुर में ईएसआई अस्पताल खोलने की कोई योजना नहीं है। मंत्री ने बताया कि ईएसआईसी मानदंडों के अनुसार 25 किलोमीटर के सीमित क्षेत्र में 100 बिस्तर वाले अस्पताल के लिए 50 हजार की आईपी जनसंख्या की आवश्यकता होती है। दरभंगा और भागलपुर में वर्तमान आईपी क्रमशः 10 हजार एवं 18,961 है। अतः यहां पर अस्पताल नहीं खोला जा सकता है।