PATNA : वह सेक्स पर अपना एक्सपर्ट कमेंट दे चुके हैं, शराब पर अपनी राय जाहिर कर चुके हैं। सवर्णों को विदेशी बताकर अपना ज्ञान भी जाहिर कर चुके हैं। हाल फिलहाल ब्राह्मणों को गाली देने के कारण चर्चा में हैं। बिहार के राजनीतिक गलियारों में उनकी चर्चा हो रही है। लेकिन, इतना सब होने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को वह पहचान नहीं मिल पा रही है। खासकर गुगल की दुनिया अब भी "मांझी" के नाम से अंजान है। ऐसा हम नहीं बल्कि दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गुगल पर नजर आता है।
मांझी सर्च करने पर दिखती है माउंटेन मैन की तस्वीर
जीतन राम मांझी चार दशक से राजनीति कर रहे हैं, बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। एक पार्टी के अध्यक्ष हैं। अभी बिहार सरकार में उनकी पार्टी शामिल है। लेकिन इसके बाद भी जब गुगल पर मांझी के नाम से सर्च किया जाता है, तो जो तस्वीर सबसे पहले नजर आती है, वह जीतनराम मांझी की नहीं, बल्कि प्रेम का नया रास्ता तैयार करनेवाले माउंटेन मैन दशरथ मांझी की दिखाई देती है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कहते हैं कि उन्होंने अपने समाज को नई पहचान दी, लेकिन उनके समाज को असली पहचान माउंटेन मैन से मिली है। यह गुगल भी मानता है। पूरा नाम लिखने पर ही पूर्व मुख्यमंत्री की तस्वीर दिखाई देगी।
ट्विटर पर भी वेरिफाइड नहीं
यह भी चौंकानेवाली बात है कि सीएम रहने के बाद भी जीतनराम मांझी का ट्विटर एकाउंट वेरिफाइड नहीं है। जबकि कई विधायकों और उनसे कई छोटे स्तर के नेता के एकाउंट को ट्विटर से ब्लू टिक मिल चुका है। खुद मांझी भी कई बार वेरिफाइड एकाउंट पाने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिली।