PATNA : बालू के अवैध खनन में संलिप्त ठेकेदारों, माफियाओं और बिचौलियों के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) कार्रवाई तेज करने जा रही है। ईओयू ने उन सभी की पूरी जानकारी को लेकर आईजी और डीआईजी से रिपोर्ट मांगी है।
संदिग्धों की सूची पुलिस विभाग को दी
लंबे समय से बालू के अवैध कारोबार में ईओयू ने कुछ संदिग्धों की लिस्ट तैयार की थी, जिनकी पूरी कुंडली खंगालने के लिए यह सूची पुलिस विभाग के अधिकारियों को सौंपी गई थी। बताया जा रहा है कि सूची में करीब तीन दर्जन लोगों के नाम शामिल हैं। फिलहाल, ईओयू पुलिस विभाग से रिपोर्ट मिलने का इंतजार कर रहा है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही आर्थिक अपराध इकाई इनके खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट(पीएमएल) के तहत कार्रवाई के लिए प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) को अनुशंसा भेजेगी। सूत्रों के अनुसार ये वे लोग हैं जिनका नाम बालू के अवैध खनन की शिकायत के बाद आर्थिक अपराध इकाई की जांच में सामने आया था।
पुलिस विभाग को भेजा गया है रिमांइडर
बालू के अवैध खनन में शामिल माफियाओं और ठेकेदारों पर कानूनी कार्रवाई के लिए आर्थिक अपराध इकाई ने पिछले दिनों संबंधित आईजी और डीआईजी को लिस्ट भेजी थी। इनके विरुद्ध संबंधित जिले को जल्द कानूनी प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया गया था। ईओयू ने इस मामले में रिमाइंडर भेजा है।
छह जिलों के बालू माफिया के नाम सूची में
गौरतलब है कि 1 मई 2021 को बालू का उत्खनन संबंधित ठेकेदार द्वारा बंद किए जाने के बाद भी कई जगहों पर अवैध उत्खननऔर गैरकानूनी व्यापार की शिकायतें मिली थीं। इसके बाद आर्थिक अपराध इकाई को जांच की जिम्मेवारी सौंपी गई थी। इओयू ने 6 जिलों पटना, भोजपुर, औरंगाबाद, सारण, रोहतास एवं कैमूर में जांच शुरू की थी। इस मामले में कई विभागों के अफसरों की भूमिका की भी जांच की गई थी। जिनमें से एक दर्जन के खिलाफ आय से अधिक संपात्ति का मामला दर्ज कर छापेमारी की जा चुकी है।