PATNA : बिहार के नए डीजीपी आरएस भट्टी ने जिम्मेदारी संभालने के साथ ही पुलिस व्यवस्था को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया है। जिसमें वह बीएसएफ में ड्यूटी के दौरान मिले अनुभव का भी पूरा इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने न सिर्फ अपराध पर लगाम लगाने के लिए जिले के सभी पुलिस कप्तानों को जिम्मेदारी सौंपी है। इसके साथ ही उन्होंने पुलिसकर्मियों को चुस्त करने के साथ ड्रेसिंग में भी अनुशासन का पालन करने की कोशिश शुरू कर दी है।
नए डीजीपी आरएस भट्टी ने अनुशासन लाने के लिए सभी पुलिसकर्मियों को सप्ताह में दो दिन परेड कराने का टास्क दिया है। फील्ड के साथ कार्यालय में बैठे पदाधिकारियों को भी परेड में शामिल होना होगा। उन्होंने इसके लिए सभी जिलों में मास्टर ट्रेनर नियुक्त करने का टास्क एसपी को दिया है। डीजीपी ने बुधवार को पुलिस अधिकारियों के साथ संवाद में अनुशासन के लिए नियमित प्रशिक्षण को जरूरी बताया था। उन्होंने बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस में बतौर डीजी अपने कार्यकाल का उदाहरण भी दिया।
ड्रेस में नहीं दिखती एकरुपता
डीजीपी ने पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों को एक रंग का खाकी पहनने का सुझाव दिया। कहा कि पुलिस यूनिफाॅर्म सही तरीके से पहनने में गौरव है। मैं तो देखता हूं कि पुलिस मुख्यालय में भी कई रंग की खाकी पहनते हैं। बहुत कम अफसर हैं, जो सही वर्दी पहनते हैं। फोर्स में एकरूपता होनी चाहिए। कहीं किसी और रंग का जूता कोई पहन लेता है। जिले के एसपी और बटालियन के कमांडेंट इस ओर ध्यान दें।
पुलिस लाइन की स्थिति सुधारने के निर्देश
डीजीपी ने सार्जेंट मेजर को पुलिस लाइन का रोज निरीक्षण करने को कहा है। उन्होंने कहा, बैरक का निरीक्षण करें। सफाई देखें। अगर कोई कमी है, तो एआइजी को कहें कि सामान नहीं मिला। आपको पुलिस लाइन को इंटरटेन करना होगा, सारा यहीं से होना है। सार्जेंट मेजर को देखना चाहिए कि खाना मिल रहा है या नहीं। रोजाना पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति सही तरीके से हो रही है या नहीं।