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गरीब सवर्णों को मिले 15 प्रतिशत आरक्षण : पूर्व सीएम जीतन राम मांझी

गरीब सवर्णों को मिले 15 प्रतिशत आरक्षण : पूर्व सीएम जीतन राम मांझी

PATNA : पूर्व सीेएम जीतन राम मांझी ने कहा है कि देश में आरक्षण की समीक्षा की आवश्यकता है। हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जीतन राम मांझी ने कहा कि गरीब सवर्णों को भी 15 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए। रविवार की बैठक में तीन बिंदुओं पर सभी आमंत्रित राज्य परिषद के सदस्यों से राय मांगी गयी। बैठक मे सभी राज्य परिषद के सदस्यों ने खुलकर अपने-अपने विचारों को रखा। साथ ही अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जीतन राम मांझी के प्रति अपनी गहरी निष्ठा प्रकट की।

बैठक में आरक्षण की सीमा 49.5 प्रतिशत से बढ़ाते हुए 85 प्रतिशत करने एवं गरीब सवर्णों को भी आरक्षण देने हेतु प्रस्ताव पारित किया गया। अनुसूचित जाति/ जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम-1989 संसद द्वारा पुर्नस्थापित करने की पहल से हम पार्टी संतुष्ट नहीं है। जब तक अनुसूचित जाति/ जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम-1989 को या 2018 का संशोधन को संविधान की 9वीं सूची में नहीं डाली जाएगी तब तक कोई भी कानून का सहारा लेकर पुर्नविवाद पैदा कर सकता है। बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गयी। 

राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व वृषिण पटेल, पूर्व विधायक ज्योति देवी, राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ0 दानिश रिजवान, सुभाष परमार , दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष, सुजाता सिंह राष्ट्रीय सचिव यूपी, राजपाल यादव, प्रदेश महासचिव महेंद्र सदा, प्रवक्ता विजय, अनामिका पासवान, रामविलास प्रसाद व ज्योति सिंह आदि नेता मौजूद थे।

हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री श्री जीतन राम मांझी ने पटना के कुर्जी हॉस्पिटल के नजदीक सेवा सदन में आयोजित दो दिवसीय राज्य परिषद की बैठक के समापन के बाद अपने सरकारी आवास 12एम स्टैंण्ड पटना में प्रेस वार्ता बुलाई थी। जीतन राम मांझी ने पत्रकारों को बताया कि राज्य परिषद की बैठक में माननीय सदस्यों द्वारा 50% लोकसभा चुनाव की सीटों पर पार्टी की मजबूती को लेकर चर्चा की गयी। लोकसभा चुनाव में कम-से-कम 20 सीटों पर चुनाव लड़ने की दावेदारी को लेकर भी नेताओं ने अपने विचार रखे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि आने वाले समय में महागठबंधन की बैठक में जो भी निर्णय होगा वही सर्वमान्य होगा। सभी लोग मिल-बैठकर तय कर लेंगे कि किसको कितनी सीटों पर चुनाव लड़ना है। 



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