सरकारी तंत्र में निर्बाध भ्रष्टाचार-अभयानंद
पूर्व डीजीपी अभयानंद कहते हैं कि कोरोना के दूसरे लहर में पूरा देश बेचैन है। हर तरफ अफ़रा तफ़री का महौल है। भारत आंकड़ों के मामले में शायद विश्व में प्रथम स्थान पर पहुँचने की कगार पर है। पूरे विश्व ने हवाई जहाज की यात्रा हमारे देश से बंद कर दी है। आगे कहा कि बचपन से देखता आया हूँ कि समय-समय पर हमारा देश विपत्तियों से घिरता है और उससे बाहर निकलता है। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी के जड़ में जाने का प्रयास किया। मेरी समझ में अगर कोई एक वाक्य है जो इस पूरी विभीषिका के मूल में है तो वह है समस्त सरकारी तंत्र में मचा निर्बाध भ्रष्टाचार। आम आदमी ने भ्रष्टाचार से समझौता करना सीख लिया है। फलाफल का वीभत्स रूप दिख रहा है।पहले आपदा में पूरा देश सभी मतभेद को भूल कर, उस संघर्ष में एक होता था .सभी सरकारें तन-मन-धन से उस प्रयास में जनता के साथ आगे खड़ी रहती थीं .इस बार ये दोनों विशेषताएं गौण हैं।
बिहार के स्वास्थ्य सिस्टम में सरकारी राशि का डाका
बता दें कि हाल ही में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने अपने संसदीय क्षेत्र बेतिया के सरकारी मेडिकल कॉलेज में चिकित्सीय व्यवस्था की समीक्षा की तो सिस्टम की पोल खुल गई। मेडिकल कॉलेज में वेंटिलेटर तो थे लेकिन उसमें अधिकांश खराब थे। अन्य जगहों पर भी वही स्थिति है जहां रखरखाव और खरीद में भ्रष्टाचार की वजह से महंगी मशीने चालू होने से पहले ही खराब हो गई। पानी की तरह पैसे बहाने के बाद भी बिहार में स्वास्थ्य सेवा बेपटरी है।आपदा में जब तंत्र की पोल खुली तो सीएम नीतीश कुमार उसे दुरूस्त करने की कोशिश कर रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को ऐलान किया है कि बिहार के सभी जिलों के अस्पतालों में उपलब्ध वेंटिलेटर को शीघ्र क्रियाशील करने का निर्देश दिया है। यह कार्य सरकारी प्रयास अथवा निजी क्षेत्र की संयुक्त भागीदारी से सुनिश्चित किया जा सकेगा।