NEWS4NATION DESK : मुस्लिम महिलाओं ने हिंदू बेटी को दुल्हन के रूप में तैयार कराया, तो वहीं मुस्लिम भाई पूरी रात बारातियों का स्वागत करते रहे। इतना ही नहीं सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बनी शादी में स्थानीय लोगों के साथ-साथजनप्रतिनिधि भी शामिल हुए और वर-वधू को आशीर्वाद दिया।
दरअसल यूपी के अयोध्या जिले के बिठूर में थाना प्रभारी बुधवार को सीनियर सिटीजन सुरक्षा के लिए एस-10 की बैठक ले रहे थे। इसी दौरान एस-10 के सदस्यों ने 65 वर्षीय दृष्टिहीन सोबरन सिंह रावत के बारे में जानकारी दी।
सदस्यों ने बताया कि सोबरन सिंह रावत की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। गुरुवार को उनकी बेटी शादी है, लेकिन आर्थिक अभाव के कारण बारात की खातिरदारी की समुचित व्यवस्था नहीं हो पाई है। जिसके बाद सभी ने मिलकर बिटिया की शादी में मदद का फैसला लिया और हिंदू-मुस्लिम सभी बारात के स्वागत के इंतजाम में जुट गए।
गुरुवार सुबह से ही नगर निगम के कर्मचारी इलाके की साफ-सफाई में जुट गए। हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदायों के लोग बारात के स्वागत के इंतजाम में जुटे रहे। रात करीब 10 बजे बारात पहुंचते ही दोनों समुदायों के लोगों ने द्वारचार में सभी बारातियों का फूल-मालाओं के साथ स्वागत किया। वहीं शादी में हिन्दू और मुस्लिम महिलाओं ने साथ-साथ मंगलगीत गा रहीं थीं और ढोलक बजा रहीं थीं।
स्थानीय मुस्लिम और हिंदू लोगों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों ने भी इस शादी समारोह में शामिल होकर वर-वधू को आशीर्वाद दिया और वधू के पिता की सहायता के लिए हाथ बढ़ाए।
इस शादी में राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा, समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक सतीश निगम ने शादी में पहुंचकर वर-वधू को आशीर्वाद दिया। साथ ही आर्थिक सहायता भी की।
शादी के बाद वधू के पिता सोबरन सिंह रावत ने कहा कि भगवान का लाख-लाख शुक्र है। मैने कल्पना भी नहीं किया था कि मेरी बेटी की शादी इतने धूमधाम के साथ होगी।