भ्रष्टाचार की हद : डेढ़ लाख सैलरी वाले इंजीनियर के पास पॉश इलाके में चार घर, 30 किलो सोना और मर्सिडीज समेत पांच मंहगी कार

JAIPUR : विश्वास कर लीजिए। यह सब एक इंजिनियर के घर छापेमारी में मिला है। वह इंजीनियर, जो सरकारी विभाग में नौकरी करता है। जिसकी महीने की सैलरी डेढ़ लाख है। लेकिन उसके ठाठ किसी अमीर इंसान को भी पीछे छोड़ दे। जब एसीबी ने उसके खिलाफ कार्रवाई की तो इंजिनियर का जयपुर के सबसे पॉश इलाके में चार आवास, फार्म हाउस के साथ 30 किलो सोना, जिसकी अनुमानित कीमत दो सौ करोड़ होगी, 245 यूरो, दो हजार डॉलर, 3.87 लाख कैश, तीन मर्सिडीज समेत पांच मंहगी कार मिले। यह तब है जब अभी इंजीनियर के तीन बैंकों के लॉकर खुले नहीं हैं। 

भ्रष्टाचार का यह हैरान करनेवाला मामला राजस्थान का है। जहां जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) के इंजीनियर निर्मल गोयल ने भ्रष्टाचार की सारी सीमाओं को पार कर दिया है। जब एसीबी ने इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई शुरू की तो वह भी हैरान रह गई। महज डेढ़ की सैलरी वाले इंजीनियर के पास इतनी अकूत संपत्ति कैसे आ गई। एसीबी के अनुसार छापेमारी में जो संपत्ति मिली है, वह इंजिनियर के सौ दो नहीं, बल्कि आय से 1450% ज़्यादा है.


भ्रष्टाचार को लेकर लगातार कार्रवाई

दरअसल राजस्थान में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान जेडीए इंजीनियर सहित तीन अफसरों के घर एक साथ कार्रवाई की गई थी। यह कार्रवाई जयपुर, जोधपुर और चितौड़गढ़ के 14 ठिकानों पर एक साथ की गई थी। बताया गया कि जेडीए इंजीनियर सहित अन्य दो अधिकारियों में चितौड़गढ़ के डीटीओ सहित जोधपुर के एक इंस्पेक्टर शामिल हैं। 

DTO ने किया पौने दो करोड़ का निवेश

एसीबी के अनुसार चित्तौड़गढ़ में जिला परिवहन अधिकारी मनीष शर्मा के पास क़रीब दो करोड़ के निवेश के कागजात मिले हैं. फ़्लैट में एक लाख रुपये नगद और विदेशी यात्राओं के दस्तावेज़ एंटी करप्शन ब्यूरो ने ज़ब्त किए हैं. महंगी बाइक और गाड़ियां बरामद की गईं हैं।

इंस्पेक्टर की संपत्ति आय से 333% ज़्यादा

वहीं, जोधपुर में इंस्पेक्टर प्रदीप शर्मा के घर पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने छापा मारकर जोधपुर भोपाल और बीकानेर के 4 ठिकानों से साढ़े चार करोड़ का निवेश का पता लगाया. ये संपत्ति आय से 333% ज़्यादा है. सूरसागर थाना में तैनात इंस्पेक्टर के पास जोधपुर में ज़मीन, भोपाल गढ़ में 10 बीघा जमीन, स्कूल के अलावा तीन बसें मिली हैं.

गौरतलब है राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से एसीबी का एक्शन जारी है. बीते हफ्ते ही एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने जयपुर में लेबर कमिश्नर प्रतीक जागड़िया को तीन लाख रुपये घूस लेते हुए गिरफ़्तार किया था. इसी तरह एंटी करप्शन ब्यूरो ने भरतपुर पुलिस अधिकारी निरीक्षक सुरेंद्र सिंह को भी डेढ़ लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है.