बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

लापरवाही की हद : जमुई में कोर्ट के आदेश के आठ साल बाद भी SC/ST एक्ट में नहीं हुई FIR, पुलिस थाने में ही गायब हो गया आदेश पत्र

लापरवाही की हद : जमुई में कोर्ट के आदेश के आठ साल बाद भी SC/ST एक्ट में नहीं हुई FIR, पुलिस थाने में ही गायब हो गया आदेश पत्र

जमुई. जिले में आठ साल बाद भी जमुई एससी/एसटी थाना में एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी है। दरअसल, जमुई के SC/ST थाने के दारोगा द्वारा आवेदन देकर कहा गया कि 2014 में FIR दर्ज करने के लिए न्यायलय द्वारा भेजा गया आवेदन खो गया है। इसलिए उसकी दूसरी कॉपी उपलब्ध कराई जाए। इस पर ADJ प्रथम ने नाराजगी व्यक्त की थी। इस मामले में कोर्ट ने एसपी को कार्रवाई करने का आदेश दिया। साथ ही 10 दिनों के अंदर कार्रवाई की कॉपी कोर्ट में उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया।

कोर्ट के आदेश के बाद एसपी डॉक्टर शौर्य सुमन सख्त तेवर में दिखे। उन्होंने फौरन एससी/एसटी थानाध्यक्ष रंजन कुमार को सख्त हिदायत देते हुए एफआईआर की कॉपी खोने मामले में स्पष्टीकरण की मांग की है और जल्द आवेदन ढूंढकर एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है। हालांकि कोर्ट के आदेश और एसपी के निर्देश के बाद पुलिस महकमा में हड़कंप मचा हुआ है। एफआईआर दर्ज नहीं होने के मामले में थानाध्यक्ष रंजन कुमार ने 11 परिवाद पत्र के सभी आवेदन खो जाने और कोर्ट से एफआईआर की कॉपी देने की मांग की थी, जिसपर कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कार्रवाई करने का आदेश दिया था।

वहीं कोर्ट के आदेश के बाद अब एसपी डॉक्टर शौर्य सुमन ने सभी थानों की कुंडली ही खंगाल डाली है। इस दौरान कुल लंबित मामलों की संख्या 434 है, जिसमें 54 मामलों का निपटारा जमुई पुलिस द्वारा कर दी गई है। लंबित मामले देख एसपी भी दंग रह गये और चकाई, चंद्रमंडीह, सोनो और गिद्धौर थानाध्यक्ष का तत्काल प्रभाव से वेतन बंद कर दिया गया और लंबित कांडों का जल्द से जल्द निपटारा करने का आदेश दिया गया है। 

एसपी डाक्टर शौर्य सुमन ने कहा कि पूर्व से जिले भर के विभिन्न थानों में कुल 434 मामले लंबित थे, जिसमें फौरन मामले का निष्पादन कर दिया गया है। अब 380 लंबित मामले बचे हैं, जिसे संबंधित थानाध्यक्षों को जल्द से जल्द निष्पादन करने का निर्देश दिया गया है। मामले के निपटारा में लापरवाही और कार्यो में शिथिलता को लेकर चार थानाध्यक्षों का वेतन बंद किया गया है। आगे भी ऐसे लापरवाह थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की जाएगी।

Suggested News