MUZAFFARPUR : मामला मुजफ्फरपुर जिले के बीआरएबीयू यूनिवर्सिटी का है। जहां पर कर्मचारी अपने पांच सूत्री मांगों को लेकर 8 दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं। वार्ता पर वार्ता हो रही है लेकिन निष्कर्ष नहीं निकल पा रहा है। मुजफ्फरपुर जिले के सभी कॉलेज के नियमित कर्मचारी और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी भी एक साथ मिलकर इस आंदोलन को चला रहे हैं। जिसमें 5 सूत्री मांग को रखा गया है लेकिन विश्वविद्यालय के अधिकारी इस 5 सूत्री मांग पर सहमत नहीं हो पा रहे हैं। दोनों में से कोई पीछे हटने को तैयार नहीं है। जिसका खामियाज विवि के छात्रों को उठाना पड़ रहा है। वहीं जिस तरह कर्मचारी अपनी मांग पर अड़े हैं, हाल फिलहाल इस हड़ताल के खत्म होने की संभावना नजर नहीं आ रही है।
सभी का कहना है कि या तो हमारी मांगे मानी जाए अन्यथा यह आंदोलन बदस्तूर जारी रहेग। आज फिर हुई वार्ता के विफल होने पर जब विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार से बातचीत की गई तो उन्होंने कर्मचारियों के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया उनके द्वारा संतुष्टि पूर्वक जवाब ना देने के कारण दूसरे अधिकारी ने मोर्चा संभाला। उन्होंने भी कर्मचारियों की कुछ मांगों को नाजायज ठहराया। दैनिक वेतन भोगी के सवाल पर इंस्पेक्टर ऑफ कॉलेज प्रमोद कुमार ने कहा कि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी कल भी डेली वेजेस पर थे और आगे भी रहेंगे। उनके अनुभव के आधार पर उन्हें परमानेंट नहीं किया जा सकता है।
हमारे अधिकार के बाहर की बात
इंस्पेक्टर ऑफ कॉलेज प्रमोद कुमार ने इसे विश्वविद्यालय के अधिकार क्षेत्र से ऊपर का मामला बताया और कहा कि यह मामला राजभवन के संज्ञान में है और वहीं से डील होगा। कुल मिलाकर स्थिति यह थी कि अधिकारी अपनी बातों से कर्मचारियों को संतुष्ट नहीं कर पा रहे थे और कर्मचारियों का हड़ताल भी इसी कारण से बदस्तूर जारी है इसका नुकसान बहुत सारे छात्रों को हो रहा है जो डॉक्यूमेंट के कार्य से यूनिवर्सिटी में आ रहे हैं।