MOTIHARI: मोतिहारी जिले के गोबिंदगंज थाना के रढिया पंचायत के राजेपुर गांव के प्रदीप प्रसाद का पुत्र अमोल कुमार के फर्जी सीबीआई अफसर बनाने की कहानी बड़ी फिल्मी है। दरअसल उसे अपने माता पिता का सपना पूरा कर बड़ा अधिकारी बनना था। उसे समाज में नाम, शोहरत और रुतबा चाहिए था। ऐसा कुछ नहीं कर पाने पर अमोल ने गलत राह पकड़ ली और बन गया फर्जी सीबीआई एसपी।
बता दें, गुरूवार को एसपी नवीन चन्द्र झा के निर्देश पर गोबिंदगंज पुलिस इंस्पेक्टर सरफराज अहमद ने लौरिया मिडिल स्कूल परिसर में ठगी करते गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस के सामने अपने आप को सीबीआई का एसपी सिद्ध करने के लिए गिरफ्तार अमोल ने कोई कसर नहीं छोड़ी। अपने साथ रखे बैग से पुलिस को सीबीआई एसपी का आईकार्ड, जॉइनिंग लेटर, परमिशन लेटर, मुहर, पूर्व सीएम का लेटर, विदेश का एक मुहर लगा बुलावा पत्र सहित कागजात दिखाए। इसपर जब गोबिंदगंज पुलिस इंस्पेक्टर ने सभी कागजातों का जांच कराई तो सभी फर्जी निकले। अपने को फंसते देखा फर्जी सीबीआई एसपी अमोल पुलिस के सामने ज्यादा देर नही टिक सका। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में गिरफ्तार फर्जी सीबीआई एसपी ने बताया कि उसके पिता नेपाल में अच्छे कारोबारी थे। उसके पढ़ाई पर माता पिता बड़ा पदाधिकारी बनाने के सपने को देखते हुए बहुत ही अधिक रुपए खर्च किए। जब पढ़ाई के बाद उसे नौकरी नहीं मिली तो माता पिता के अरमान को पूरा करने, गांव समाज में शोहरत पाने और अपनी धौंस जमाने के लिए साल 2018 में वह फर्जी तरीके से सीबीआई का एसपी बन गया।
सबसे रोचक बात यह हुई कि वही अपने गृह जिला में ही फर्जी सीबीआई एसपी का जॉइनिंग लेटर भी बनवा लिया। साथ ही फर्जी आई कार्ड सहित कई कागजात व मुहर बनवा कर सीबीआई एसपी बन गया। फर्जी सीबीआई एसपी बनकर गांव से लेकर प्रखंड, अंचल सहित पुलिस पदाधिकारियों पर धौंस जमाता था। वहीं जिले के कई लोगों को ठगने का भी काम करता था। ग्रामीणों की माने तो गांव में खूब चर्चा थी कि गांव का लड़का सीबीआई अफसर बन गया है। नेपाल में मंडी होने के साथ साथ मोतिहारी में पूरा परिवार रहता था। वहीं अरेराज नगर पंचायत क्षेत्र में ही उसका ननिहाल भी था। सीबीआई एसपी होने के बात सुनकर समाज के रसूखदार लोगों के घर से अमोल के लिए शादी के लिए ऑफर भी आने लगे। ग्रामीणों के अनुसार कुछ दिन पहले केसरिया थाना क्षेत्र में शादी तय भी हो गई थी। इस शादी में दहेज के लिए बड़ी धनराशि सहित चल-अचल संपत्ति देने की बात तय की गई थी। गांव में आने के बाद अमोल का सीबीआई एसपी का धौंस भी खूब चलता था। हालांकि पूरे मामले का खुलासा होने के बाद स अमोल के सारे दांव उल्टे पड़ गए। अब उसका रिश्ता भी टूट गया है और उसे लेकर गांव में तरह-तरह की बातें की जा रही है।