शेखपुरा. जिले के बरबीघा थाना इलाके से बड़ी खबर आ रही है। यहां एक झोला छाप डॉक्टर की लापरवाही के कारण एक महिला की मौत हो गई। फिलहाल परिजन एंबुलेंस के साथ थाना पहुंच गए हैं।दरअसल शेखोपुरसराय प्रखंड के बेलाव पंचायत के रहने वाले मनीष कुमार की पत्नी नीलम देवी को अहले सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हुई। इसके बाद वहां कि आशा कार्यकर्ता पूनम देवी ने साजिशन सरकारी अस्पताल में भर्ती ना करवाकर बरबीघा नगर क्षेत्र के साकेत मोड़ के पास स्थित आम जनता क्लीनिक में भर्ती करवा दिया।
दोपहर तक नॉर्मल डिलवरी नहीं होने के बाद डॉक्टर ने बड़ा ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। ऑपरेशन के बाद बच्चे की स्थिती तो ठीक थी, लेकिन मां की हालत लगातार खराब होती गई। महिला का बल्ड लगातार चलता रहा। इसके बाद परिजनों ने डॉक्टर से इस बारे में बताया तो डॉक्टर ने रेफर करने की बात कही।
हालांकि जब न्यूज फॉर नेशन के संवाददाता ने परिजनों से पूछा तो उनका कहना था कि मेरी बहू अस्पताल में ही मर गई थ, लेकिन पिंड छुड़ाने के लिए एक एंबुलेंस बुलाकर हम सभी को बिहार शरीफ भेज दिया, लेकिन जैसे ही बरबीघा के श्री बाबू चौक के पास पहुंचे, हमको पूरा लग गया कि हमारी बहू की मौत हो चुकी है।
बता दें कि इस घटना को बरबीघा पुलिस ने काफी गंभीरता से लिया है और लगातार जांच पड़ताल कर रही है। सूत्रों की माने तो जिस क्लीनिक में ये घटना हुई है, वहां से अब एक एक सामान को हटा लिया गया है। वहीं वहां पर क्लीनिक का नामोनिशान तक नहीं है।