बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

परिवहन अधिकारी के फर्जीवाड़े पर सख्त दिखे तिरहुत कमिश्नर, जल्द होगी दोषी पर कार्रवाई

परिवहन अधिकारी के फर्जीवाड़े पर सख्त दिखे तिरहुत कमिश्नर, जल्द होगी दोषी पर कार्रवाई

PATNA : “परिवहन विभाग में पैसे का बोलबाला, जेब गरम होते ही जारी हो जाता है कोई भी आदेश” न्यूज4नेशन पर यह खबर 30 अगस्त को दिखाए जाने के बाद उत्तर बिहार के प्रशासनिक हलकों में खलबली मच गयी थी। मुजफ्फरपुर के एमवीआई दिव्य प्रकाश के चलते पूरे विभाग की किरकिरी हो रही थी लिहाजा तिरहुत कमिश्नर नर्मदेश्वर लाल ने खबर पर स्वत: संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की गहराई से जांच के आदेश दिए। 

तिरहुत के कमिश्नर नर्मेदेश्वर लाल ने आज बताया कि उन्हें जैसे ही इस मामले की जानकारी मिली, तत्काल इसकी जांच करने का आदेश दिया। अभी जांच रिपोर्ट मुझ तक नहीं पहुंची है। शुक्रवार को मैं अपने अधीनस्थों से अद्यतन स्थिति की रिपोर्ट लेता हूं। जांच में यदि किसी प्रकार की गड़बड़ी निकली तो हर हाल में दोषी अधिकारी पर कार्रवाई की जायेगी।  

क्या है पूरा मामला

दरअसल मामला मुजफ्फरपुर के मोटरयान निरीक्षक (MVI) दिव्य प्रकाश से जुड़ा है। MVI  ने सारे नियमों की अनदेखी कर एक ऐसे ट्रक का फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर दिया जिसे मोतिहारी जिले के रक्सौल थाने ने 1 अगस्त 2018 से ही जब्त कर रखा था। MVI साहब दिव्य प्रकाश ने गाड़ी संख्या BR06G 2467 का फिटनेस सर्टिफिकेट पुलिस द्वारा जब्त किए जाने के बाद जारी किया। यहां सवाल उठता है कि रक्सौल पुलिस ने जिस ट्रक को 1 अगस्त 2018 को जब्त किया, मुजफ्फरपुर MVI ने उसके दो दिन बाद यानी 3 अगस्त 2018 को उसी ट्रक का फिटनेस सर्टिफिकेट कैसे दे दिया ? 

बता दें कि मोतिहारी के रक्सौल थाना क्षेत्र में उस ट्रक ने 1 अगस्त 2018 की शाम एक व्यक्ति को रौंद दिया था, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी थी। घटना के बाद रक्सौल पुलिस ने उस ट्रक को जब्त कर लिया था लेकिन अपनी रिपोर्ट में MVI  ने लिखा है कि मैंने मुजफ्फरपुर में 3 अगस्त को ही उस गाड़ी की जांच की है और जांच में गाड़ी फिट पायी गयी। इसलिए उस वाहन का फिटनेस सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। 

फिटनेस देने के लिए 3 अगस्त को बाजाप्ता ऑनलाइन फी भी ली गयी जिसकी रसीद संख्या -180800001329 है। अब MVI दिव्य प्रकाश को रक्सौल थाने में खड़ी ट्रक मुजफ्फरपुर में कैसे दिख गयी यह तो वही बता सकते हैं लेकिन सबूत के तौर पर न्यूज़4नेशन आपको मोतिहारी में दर्ज पुलिस रिपोर्ट और मुजफ्फरपुर MVI की तरफ से जारी फिटनेस रिपोर्ट दिखा रहा है। 

क्या है फिटनेस सर्टिफिकेट देने का नियम

वाहन जिस जिले से निबंधित होता है वहां के MVI सड़क पर गाड़ी की जांच कर उसका फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करते हैं। थाना में जब्त वाहन का फिटनेस या किसी तरह का अन्य कोई सत्यापन संबंधित जिले के कोर्ट के आदेश पर जिले के परिवहन कार्यालय से जारी होता है। इस मामले में भी रक्सौल पुलिस ने 9 अगस्त 2018 को मोतिहारी के MVI को पत्र लिखकर जब्त किए गए ट्रक का यांत्रिक प्रतिवेदन मांगा था। 

परिवहन विभाग में घालमेल 

न्यूज़4नेशन पहले भी पटना DTO और उनके कर्मियों के फर्जीवाड़े का खुलासा कर चुका है, जहां निबंधन में बड़े स्तर पर गड़बड़ी की गई थी। 


Suggested News