PATNA : बिहार भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक मनोज शर्मा ने कहा कि लालू यादव आज भी समझ नहीं पाए कि केंद्र की सरकार और बिहार की सरकार किसानों की रहनुमा है। केंद्र सरकार ने किसानों के दर्द को ही समझा, तभी कृषि कानून को वापस लिया गया। हालांकि ये कानून लम्बे समय के लिए सभी किसानों के लिए हितकारी था। लेकिन, सरकार ने कुछ किसानों के ही दर्द को समझ कर ये कानून वापस लिया। बिहार की नीतीश कुमार की सरकार ने बहुत पहले ही किसानों के हित में सभी आवश्यक कदम उठा लिए हैं। यहां डबल इंजन की सरकार है तभी यहां विकास की धारा बह रही है। आपके समय में भी केंद्र और राज्य में कई बार डबल इंजन की सरकार रही है, लेकिन बिहार का कभी विकास नही हुआ।
उन्होंने कहा की लालू यादव के मुख्यमंत्री रहते बिहार में कभी भी किसानों की सुध नहीं ली गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ही प्रयास है कि राज्य में पहली बार कृषि रोड मैप बनाकर काम किया गया। किसानों को कैसे विकास धारा की अगली कतार में लाया जाए इसके लिए कृषि कैबिनेट के गठन किया गया। किसानों को अनाज बेचने के लिए पैक्स की उपलब्धता है तो वहीं हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार सतत प्रयत्नशील है।
उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के विकास पुरुष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास से बिहार निरंतर विकास के नए आयाम को छू रहा है। किसानों की बात करें तो पीएम किसान सम्मान निधि से बिहार के 80 लाख से ज्यादा किसानों को लाभ मिल रहा है। डबल इंजन की सरकार की वजह से ही बिहार में खेती-किसानी की रौनक एक बार फिर दिख रही है। एक जिला, एक उत्पाद योजना के लिए सभी 38 जिलों के उत्पादों का चयन हो चुका है और फूड पार्क की योजना आत्मनिर्भर बिहार के रोडमैप का ही हिस्सा हैं।
वंदना शर्मा की रिपोर्ट