News4nation desk : झारखंड की राजधानी रांची में एक ही शादी के मंडप में बाप और बेटी दोनो की अलग-अलग शादी रचाई गई। एक ओर जहां मां-बाप ने सात फेरे लिए। वहीं दूसरी ओर बेटी भी शादी के बंधन में बंधी।
दरअसल रांची के दीनदयाल नगर स्थित आईएएस क्लब परिसर बीते रविवार को समाज की एक नई परंपरा का गवाह बना। यहां एक साथ कई संप्रदाय के ऐसे जोड़ो जो समाज से दरकिनार कर दिए गए थे और लिव इन में रह रहे थे के साथ 130 जोड़े शादी के बंधन में बंधे।
इन्हीं 130 जोड़ों में 51 वर्षीय सुधेश्वर गोप भी अपनी पत्नी परमी देवी के साथ शामिल थे। जिन्होंने ने जहां अपनी पत्नी के साथ वैवाहिक बंधन में बंध सामाजिक मान्यता प्राप्त की। वहीं उनकी पुत्री कलावती देवी ने अपने पति प्रताप के साथ साथ फेरे लिए।
सुधेश्वर ने बताया कि वे पिछले 20वर्षों से अपनी पत्नी के साथ रह रहे थे, लेकिन आर्थिक तौर पर कमजोर होने के कारण शादी नहीं कर पाए थे। शादी करने पर उन्हें समूचे गांव को भोज देना होता। इसकी क्षमता उन्हें नहीं थी। इस दौरान उन्हें तीन बच्चे भी हुए। उनमें एक बेटी की शादी आज उनके ही मंडप पर हुई।