नवादा- माँ के और पिता के खून से जिसका जन्म हुआ, बाप ने बेटे को बड़े नाज से पाला कि वह बुढ़ापे की लाठी बनेगा. जिस पिता की उँगली पकड़कर बेटे ने चलना सीखा,वहीं बाप बुढ़ापे में जरा सा लड़खड़ाता तो उस पर चिल्लाते हुए उससे बंटवारे की मांग करने लगा. . जिन कंधों पर बेटा बचपन में खेला करता था उन्हीं झुके कंधों पर उसे मारते हुए शर्म भी नहीं आयी.पिता ने सोचा था कि बेटा हमारा बड़ा हो जाएगा तो मेरा सहारा बनेंगा लेकिन उसने तो अपने ससुराल वालों से मिलकर कमर तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
शैतान बन गया अपना हीं खून
बाप अपने छोटे बेटे से बुढ़ापे में उसके बचपन का किस्सा सुनाना चाहते थे लेकिन वह तो ससुराल वालों से मिल कर जिन्दगी भर की जमा पूंजी भी छीन लेने पर उतारु था.उसे तो बस चाहिए उनके बुढ़ापे का एक मात्र सहारा उनके पेंशन की राशि . बेटों को उनके हक का बंटवारा मिलने के बाद भी चैन कहां मिला.झुके हुए कंधे पर प्रहार करने से पहले उसने एक बार केवल एक बार सोचा होता.ओह! हाय रे! विधि की विडंबना...
ससुरालवालों से मिल कर बाप से मारपीट
बिहार के नवादा में कलयुग के पुत्र ने अपने ही पिता के साथ जमकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया है. पिता को चिंताजनक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बता दें कि पूरा मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के केंदुआ गांव का है , जहां जख्मी का पहचान वाल्मीकि प्रसाद सिंह के रूप में किया गया है. सदर अस्पताल में इलाज करने पहुंचे जख्मी वाल्मीकि प्रसाद सिंह ने कहा कि मेरे छोटा बेटा हमें लगातार प्रताड़ित कर रहा है. अपने ससुरालवालों के साथ आता है मेरे साथ मारपीट करना शुरू कर देता है.
पेशन पर है छोटे बेटे की नजर
पिता ने अपने दर्द भरे दास्तान बयां करते हुए कहा कि छोटा पुत्र मेरा पेंशन का पैसा भी छीन लेता है और जब विरोध करते हैं तो मेरे साथ मारपीट किया जाता है.उन्होंने कहा कि सभी बेटा को उनका हिस्सा दे दिये हैं और अपनी परवरिश के लिए कुछ जमीन और पेंशन का पैसा रखे हैं और इसी को लेकर अक्सर मेरे साथ इस तरह की घटना को अंजाम देता है. रोते हुए वाल्मीकि प्रसाद सिंह ने कहा कि आज भी मेरे साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया जब बीच बचाव करने के लिए मेरा दूसरा बेटा गौतम कुमार पहुंचा तो उसके साथ भी मारपीट की गई है. वही पिता ने आरोप लगाए हैं कि बेटा के द्वारा कहा जाता है कि आठ कट्ठा जो जमीन है वह हमें लिख दीजिए और पेंशन का पैसा भी हमें दे दिया कीजिए.
लघु सिंचाई विभाग से सेवानिवृत हुए थे
उन्होंने कहा कि मेरी उम्र हो गई है और हम अपने पेंशन के पैसा की जिंदगी परवरिश अपने बेटा से अलग रहकर कर रहे हैं. लघु सिंचाई विभाग में कर्मचारियों के पद पर तैनात थे और रिटायर करने के बाद बेटा के द्वारा मारपीट की जा रही है. उन्होंने कहा कि थाना में आवेदन लिखकर देंगे और बेटा के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे. मारपीट की घटना पर मुफस्सिल थाना प्रभारी अश्वनी कुमार ने कहा कि आवेदन प्राप्त होने के बाद कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
मेरा गुनाह तो बता दो....
बहरहाल उम्र के आखिरी पड़ाव पर बाप अपने छोटे बेटे से एक हीं सवाल करता है बच्चे क्या है मेरी खता?
अमन की रिपोर्ट