SITAMARHI : जिले के डुमरा थाना क्षेत्र के बनचौरी गांव में बीते रविवार को एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस घटना का खुलासा कर दिया है। दरअसल मृतक द्वारा दो शादी करना और पहली पत्नी और उसके बच्चों को कम और दूसरी पत्नी और उसके बच्चों को ज्यादा प्यार करना रामविलास, उसकी दूसरी पत्नी और दो बेटों की हत्या का कारण बना। डुमरा थाने के बनचौरी गांव में हुए इस हत्याकांड के पीछे जमीन विवाद है।
एसपी विकास वर्मन ने बताया कि यह पूरी तरह संपत्ति विवाद का मामला है। सौतेले परिवार व भाइयों अधिक तवज्जो दिए जाने पर इस घटना को अंजाम दिया गया है। एसपी ने बताया कि रामविलास की पहली पत्नी मनतोलिया देवी और उसके तीनों बेटों ने अलग रह रहे अपने पिता रामविलास एवं उसके परिवार को पूरी तरह साफ कर देने की साजिश पहले ही रच ली थी। घटना को अंजाम देने के लिए सभी एक माह से लगे हुए थे। उन्होंने कहा कि हत्या को अंजाम देने वाले तीनों को कोई आपराधिक इतिहास नहीं है।
पिता और सौतेली मां व भाई की हत्या करने वाले रोहित और पप्पू ने कहा- मारना जरूरी हो गया था
सामूहिक नरसंहार को अंजाम देने वाले गिरफ्तार रोहित और पप्पू के चेहरे पर न तो अपने गुनाह के लिए कोई गम या पश्चाताप दिखा और न ही पुलिस का कोई खौफ। पुलिस द्वारा हथियार के संबंध में पूछने पर उसने तपाक से कहा कि हां, उन सभी की हत्या करना जरूरी हो गया था। सब्र का बांध टूट चुका था। दोनों ने कहा कि अंधाधुंध फायरिंग कर पिता समेत सभी को मार डाला। इसका कोई मलाल नहीं है।
ग्रामीणों की मानें तो 15-20 दिन पूर्व ही मनतोलिया देवी ने मवेशी बेच दी थी। रविवार शाम में वह मायके या फिर कहीं और चली गई थी। वहीं तीनों भाई हथियार जुटाने में जुटे हुए थे। इसमें बड़े भाई को सफलता मिली और उसने दो पिस्टल कहीं से लाकर घर में रख लिया था। साथ ही दबिया भी तेजकर रख लिया गया था। इस दौरान आपस में विवाद होने पर भाइयों ने कहा भी था कि वह सभी की हत्या कर देगा।
मृतक रामविलास साह के भाई रामप्रगास साह के पुत्र राजा कुमार ने उसके चाचा रामकैलाश साह की शादी रून्नी सैदपुर थाना क्षेत्र के खोपा गांव निवासी मनतोलिया देवी से हुई थी। शादी के कुछ दिनों के बाद ही उनकी मृत्यु हो गई थी। तब परिवार के लोगों की सहमति से मनतोलिया देवी की शादी चाचा रामविलास साह से कर दी गई। इससे रामविलास को तीन बेटा बिट्टू साह, पप्पू कुमार और रोहित कुमार और तीन बेटी असीमा देवी, रेणु देवी और बौनी उर्फ गुड़िया देवी हुई। हालांकि बाद में चाचा रामविलास ने एक दूसरी शादी पुपरी के परिगामा गांव निवासी सुनीता देवी से कर ली। सुनीता देवी से उसे दो पुत्र नवल साह उर्फ भोला और राहुल कुमार हुआ।