BADAYU : यूपी के बदायूं जिले में शनिवार सुबह उस समय पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया, जब एक महिला जज की मौत की खबर सामने आई। बताया गया कि महिला जज ने अपने सरकारी आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। महिला जज का नाम ज्योत्सना राय बताया गया है। वह सिर्फ 29 साल की थी और सिविल जज जूनियर डिवीजन न्यायालय में जज थी।
जज ज्योत्सना राय की आत्महत्या की खबर सामने आते ही मौके पर पुलिस और प्रशासन के तमाम बड़े अधिकारी पर पहुंच गए। जहां आवास की छानबीन के दौरान पुलिस ने जज का लिखा हुआ एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है। हालांकि सुसाइड नोट में उन्होंने क्या लिखा है, इसके बारे में पुलिस ने फिलहाल कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है।
सुबह नहीं गई कोर्ट, फोन भी उठाया तो दी पुलिस को सूचना
जानकारी के मुताबिक, सिविल जज जूनियर डिवीजन न्यायालय की जज ज्योत्सना राय शनिवार सुबह अपने कोर्ट में नहीं पहुंचीं। साथी जजों ने उनके नंबर पर कॉल की, लेकिन रिसीव नहीं हुआ। कर्मचारियों के मुताबिक जज के आवास का दरवाजा अंदर से बंद था। आवाज देने पर भी जब दरवाजा नहीं खुला तो पुलिस को सूचना दी गई।
फंद से लटक रहा था शव
मौके पर पहुंची पुलिस ने धक्का मारकर उनके आवास का दरवाजा खोला। तब पुलिस अंदर घर में दाखिल हुई। अंदर एक कमरे में पंखे से उनका शव फंदे से लटका हुआ था। जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया।
घटना की सूचना पर डीएम मनोज कुमार और एसएसपी आलोक प्रियदर्शी समेत तमाम अधिकारी पहुंच गए। फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुला लिया गया। एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मौके पर छानबीन के दौरान कुछ अभिलेख मिले हैं, जो घटनाक्रम से संबंधित हो सकता है। सभी तथ्यों पर गहनता से जांच कराई जा रही है।
मऊ की रहने वाली थीं ज्योत्सना राय, 2019 में बनी जज
बताया जा रहा है कि ज्योत्सना राय मूल रूप से मऊ जिले की रहने वाली थीं। वह बदायूं में सिविल जज जूनियर डिवीजन की मुंसिफ मजिस्ट्रेट थीं। बदायूं में उनकी दूसरी पोस्टिंग थी। इससे पहले वह अयोध्या में भी तैनात रह चुकी थीं। वह वर्ष 2019 में सिविल जज बनी थीं। उनकी उम्र 29 साल बताई गई है। सरकारी आवास में महिला जज का शव मिलने से हर कोई स्तब्ध है।