पटना. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के एक प्रश्न के जवाब में केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुखभाई मांडविया ने बताया कि बिहार को जरूरत से ज्यादा यूरिया और डीएपी उपलब्ध करवाई गयी है। उन्होंने कहा कि बिहार में नवंबर 2021 से फरवरी 2022 में यूरिया की जरूरत 9.10 लाख मीट्रिक टन थी। इस दौरान बिहार को 10.98 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध करवायी गयी। वहीं मंत्री ने बताया कि इन उर्वरकों के लिए उर्वरक कंपनियों को 70,685.59 करोड़ रूपया जारी किये गये हैं।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के एक प्रश्न के जवाब में केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुखभाई मांडविया ने बताया कि बिहार को नवंबर 2021 से फरवरी 2022 तक यूरिया की आवश्यकता 9.10 लाख मीट्रिक टन थी। इस दौरान बिहार को 10.98 एलएमटी यूरिया उपलब्ध करवायी गयी। वहीं इसी अवधि के दौरान बिहार में 2.85 एलएमटी डीएपी की जरूरत थी तो 3.49 लाख मैट्रिक टन डीएपी की आपूर्ति की गई, जो आवश्यकता से ज्यादा है।
वहीं बिहार सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार कालाबाजारी रोकने के लिए 5553 छापे मारे गये। 133 प्राथमिकी दर्ज की गई, 263 लाइसेंस रद्द किए गए तथा 75 लाइसेंस निलंबित किए गए। मंत्री ने यह भी बताया कि उर्वरक कंपनियों को 706851.59 करोड़ सब्सिडी की राशि प्रदान की गई है।