BETIYA : पश्चिम चम्पारण नौतन अंचल क्षेत्र के शिवराजपुर ,छरकी, जरलहिया बरियारपुर और विश्मभर पुर गांव मे तीसरी बार फिर बाढ ने कहर ढाया है। फिर से लोग चम्पारण तटबंध पर झुग्गी तान गुजर बसर करने को विवश हो गये है। बाढ पीड़ित ने बताया कि तीसरी बार फिर बाढ ने उनको घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया है। गंडक के जलस्तर मे काफी तेजी से इजाफा हो रहा है। भय से सभी लोग अपने आशियाने को छोड़ने कर चम्पारण तटबंध पर गुजर बसर करने पर विवश हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि शनिवार की सुबह उनके दरवाजे तक पानी था। रात्री होते ही घरो मे तीन फिट तक पानी घुस गया जो अभी तक नही निकाला है। उसी समय सभी लोग रात्री मे ही बाल बच्चो और माल मवेशियों के साथ चम्पारण तटबंध की ओर पलायन करना शुरू कर दिये। लेकिन अभी तक प्रशासन के द्वारा कोई मदद नही मिला है। वहीं इस संबंध मे अंचलाधिकारी भास्कर ने बताया कि बाढ क्षेत्र का जायजा लिया जा रहा है। बाढ पीडितो को हर संभव मदद दिया जाएगा ।
वहीं बाढ़ पीड़ितों के इलाज के लिए पहुंचे डॉक्टर का कहना है कि यहां किसी प्रकार की व्यवस्था सरकार द्वारा नहीं की गई है। छाती तक पानी के बीच जाना पड़ रहा है, उसी हालत में वापस आना पड़ रहा है। उनका कहना था कि कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण यहां कोरोना का टीकाकरण भी नहीं किया जा सका है।