DESK. एक फिल्म में देवी काली को सिगरेट पीता दिखाने वाली फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई के खिलाफ उत्तर प्रदेश में एफआईआर हुआ है. चेन्नई मूल की लीना मणिमेकलाई ने हाल ही में एक फिल्म का निर्माण किया था जिसमें हिंदू देवी देवताओं को कथित रूप से अपमानजनक रूप में दिखाया गया था. इसे लेकर दिल्ली पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस ने फिल्म 'काली' के निर्माताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, इसके पोस्टर में हिंदू देवी (मां काली) को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है. एफआईआर में आपराधिक साजिश, पूजा स्थल पर अपराध, जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने और शांति भंग करने के इरादे से आरोप लगाए गए हैं.
यूपी पुलिस के खिलाफ आपराधिक साजिश, पूजा स्थल पर अपराध, जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने और शांति भंग करने के इरादे से मामला दर्ज किया गया था. दिल्ली पुलिस की IFSO इकाई की तरफ से दर्ज की गयी प्राथमिकी में लीना मणिमेकलाई पर IPC की धारा 153A और 295A लगाई गय़ी है. चेन्नई मूल की लीना मणिमेकलई के इस तरह देवी काली को चित्रित करने पर हिंदू समुदाय के लोग गुस्से में हैं. लीना मणिमेकलई ने अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म को हाल ही में कनाडा में प्रमोट किय. इस फिल्म के पोस्टर में देवी काली का रूप लिए एक एक्ट्रेस सिगरेट पीती दिख रही है. वहीं, उसके दूसरे हाथ में LGBT समुदाय का झंडा दिख रहा है. लीना मणिमेकलई ने ऐसा करके हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है.
लीना की इस हरकत पर लोग न सिर्फ उन्हें बल्कि फिल्म की प्रोड्यूसर आशा पोन्नाचन को भी लताड़ लगा रहे हैं. वहीं, कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने सोमवार को 'धूम्रपान काली' पोस्टर पर एक बयान जारी किया, और कनाडा के अधिकारियों और कार्यक्रम के आयोजकों से "ऐसी सभी उत्तेजक सामग्री" को वापस लेने का आग्रह किया. हैशटैग 'अरेस्ट लीना मणिमेकलई' के साथ सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया है, आरोप है कि फिल्म निर्माता धार्मिक भावनाओं को आहत कर रही है और 'गौ महासभा' नाम के एक समूह के एक सदस्य ने कहा कि उसने फिल्म निर्माता के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज की है.
लीना अपनी फिल्मों के कारण पहले भी कई बार विवादों में रही हैं. लीना मणिमेकलई की पहली फीचर फिल्म सेंगडल है, जो 2011 में बनी. इस फिल्म में दिखाया गया है कि श्रीलंका में एथनिक वॉर की वजह से धनुषकोड़ि में मछुआरों का जीवन कैसे प्रभावित हुआ. सेंसर बोर्ड ने शुरुआत में इस मूवी को यह कहते हुए सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया था कि इस मूवी में श्रीलंका और भारत सरकार पर अपमानजनक और राजनीतिक टिप्पणी करने के साथ ही असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया गया है. काफी कानूनी लड़ाई के बाद जुलाई, 2011 में यह फिल्म रिलीज हो पाई थी.
वहीं, लीना ने 2002 में शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री 'मथम्मा' से करियर की शुरुआत की. 20 मिनट की यह डॉक्यूमेंट्री चेन्नई के पास अरक्कोणम के गांव मंगट्टचेरी में अरंधतियार समुदाय के बीच प्रचलित प्रथा के बारे में है, जिसमें लड़कियों को उनके देवता को समर्पित कर दिया जाता है. हालांकि लीना मणिमेकलाई एक फिल्ममेकर, कवयित्री और एक्ट्रेस हैं. उनके 5 कविता संकलन प्रकाशित हो चुके हैं. इसके अलावा वो डॉक्यूमेंट्री और एक्सपेरिमेंटल पोयम फिल्म्स भी बना चुकी हैं. उन्हें कई इंटरनेशनल और नेशनल फिल्म फेस्टिवल में अवॉर्ड भी मिल चुके हैं. लेकिन अब उन पर हिंदू देवी देवताओं के गलत चित्रण करने का आरोप लगने से वह फिर से विवादों में हैं.