PATNA : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने राजनीतिक जीवन में पहली बार भ्रष्टाचार का मामले में आरोपी बन कर कोर्ट में पेश हुए। रेलवे टेंडर घोटला मामले में तेजस्वी और राबड़ी देवी को बेल तो मिल गयी लेकिन जदयू ने तेजस्वी यादव पर तंज कसने का मौका नहीं छोड़ा।
लालू प्रसाद 48 साल में आरोपी बने तो तेजस्वी 28 में
जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि अपने छोटे राजनीतिक जीवन में तेजस्वी पहली बार भ्रष्टाचार के आरोपी बन कर कोर्ट में पेश हुए। इस मामले में तो तेजस्वी यादव ने अपने पिता लालू प्रसाद को भी पीछे छोड़ दिया। लालू प्रसाद 48 साल में चारा घोटला में आरोपी बने थे। लेकिन तेजस्वी यादव तो 28 साल में ही रेलवे टेंडर घोटला मामले में आरोपी बन गये। इस लिहाज से उन्होंने अपने पिता को भी पीछे छोड़ दिया। तेजस्वी जी, बहुत कम उम्र में यह उपलब्धि हासिल करने के लिए आपको बधाई।
शिक्षा से वास्ता नहीं, ईमानदारी का रास्ता नहीं
संजय सिंह ने कहा कि किसी भी बच्चे के लिए घर ही पहली पाठशाला है। घर से जो संस्कार मिलता है बच्चा वही सीखता है। तेजस्वी यादव ने घर से जो सीखा आज उसकी उपलब्धि सामने आ रही है। संजय सिंह ने तेजस्वी पर कटाक्ष किया है- शिक्षा से वास्ता नहीं, ईमानदारी का रास्ता नहीं।
कोर्ट में पेश होना गौरव न समझें तेजस्वी
जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि उन्हें केवल बेल मिली है, वे आरोपमुक्त नहीं हुए हैं। इस लिए ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है। किसी सामाजिक कार्य के लिए उन पर आरोप तय नहीं हुआ है। बेनामी सम्पत्ति अर्जित करने के आरोप में उन पर चार्जशीट दाखिल हुआ है। इस लिए कोर्ट में पेश होकर वे गौरव महसूस नहीं करें।
कोर्ट के फैसले पर राजद में खुशी
राजद ने दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट के फैसले पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है। कोर्ट ने सही फैसला सुनाया है। बेल मिलने से विरोधियों का मुंह काला हुआ है।
लोजद ने कहा, विरोधियों का मुंह काला
लोकतांत्रिक जनता दल के नेता उदय नारायण चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को न्यायिक प्रक्रिया के तहत बेल मिली है। लेकिन इस फैसले से उन लोगों के चेहरे पर कालिख पुत गयी है जो जोर-शोर से इसे भ्रष्टाचार का मुद्दा बना कर प्रचारित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सृजन घोटला, शौचालय घोटला और मेधा घोटला करने वाले लोग भला क्या भ्रष्टाचार की बात करेंगे।