GAYA : पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एनआरसी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया फखरुद्दीन और परिवार का नाम एनआरसी रजिस्टर में नहीं है. यह सुनियोजित तरीके से भाजपा के द्वारा रक्षा हुआ एक षड्यंत्र है.
भाजपा चाहती है कि हिंदुस्तान से माइनॉरिटी और दलितों को भगोड़ा साबित करें और उन्हें हिंदुस्तान से भगा दे. उनकी पार्टी इसका आलोचना करती है. उन्होंने कहा कि बिहार के सीमांचल में कई ऐसे लोग हैं जो कई इलाकों में रह रहे हैं. लेकिन उनका आज तक कोई रिकॉर्ड नहीं है.
असम, बंगाल और बिहार में कई लोगों का कोई भी रिकॉर्ड नहीं है. वहीं उन्होंने कहा कि भाजपा के एक मंत्री ने कहा है कि बिहार के किशनगंज में कई ऐसे लोग हैं जो बाहर से आए हैं. वहाँ रह भी रहे हैं. वह सारे आतंकवादी हो सकते हैं. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के तरफ से हम इस बिल का विरोध करते हैं और मांग करते हैं कि कोई भी माइनॉरिटी हो या फिर शेड्यूल कास्ट. सभी को एक साथ जोड़ कर उसे अपनाया जाये. ताकि वह समझे कि सचमुच में हम हिंदुस्तान का नागरिक हैं और हिंदुस्तान के हित के बारे में सोच सके.
गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट