PATNA : बिहार में नीतीश सरकार ने आज बड़ा फैसला किया है। बता दें की सिपाही चयन पर्षद के अध्यक्ष पद से एस के सिंघल को हटा दिया गया है। इसकी जिम्मेवारी अब शोभा अहोतकर को दी गयी है, जो फिलहाल बिहार होमगार्ड एवं अग्निशमन सेवा की डीजी है।
पंजाब के जालंधर छावनी के रहने वाले एसके सिंघल 1987 में सबसे पहले आईएफएस बने थे। उसके अगले साल उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा में आईपीएस की नौकरी हासिल कर ली थी। उनकी सारी शिक्षा दीक्षा जालंधर में ही हुई। जालंधर के डीएवी कॉलेज से उन्होंने स्नातक की डिग्री ली थी। गणित ऑनर्स में उन्हें गोल्ड मेडल मिला था। पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से उन्होंने गणित में ही स्नातकोत्तर किया। इसमें भी उन्हें गोल्ड मेडल मिला था। कुछ दिनों तक वो पंजाब में ही खालसा कॉलेज विमेंस में लेक्चरर के पद पर काम करते रहे। वो दानापुर के एसपी भी रह चुके हैं।
बतौर एसपी एसके सिंघल ने बिहार के नालंदा, सीवान, कैमूर, रोहतास और भोजपुर जैसे जिलों में अपना योगदान दिया है। साल 2005 में डीआईजी प्रशासन के पद पर उनकी प्रतिनियुक्ति की गई थी। एस के सिंघल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भी रह चुके हैं।
बिहार पुलिस के एडीजी मुख्यालय के महत्वपूर्ण दायित्व को भी उन्होंने बखूबी संभाला था। बिहार के डीजीपी रहे एस के सिंघल को नीतीश सरकार ने रिटायर होने के बाद केन्द्रीय चयन पर्षद का अध्यक्ष बनाया था।