PATNA : पूर्व मंत्री और भाजपा नेता सैयद शाहनवाज हुसैन ने बुधवार को बिहार के राज्यपाल से मुलाकात के दौरान उन्हें सबौर कृषि विश्वविद्यालय और तिलकामांझी विश्वविद्यालय के हालात से अवगत कराया और उन्हें प्राचीन और ऐतिहासक विक्रमशिला विश्वविद्यालय के धरोहर के अवलोकन के लिए आमंत्रित किया। सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर के बिहार आने के बाद से ही राज्य में मौजूद सभी विश्वविद्यालयों की स्थिति और पठन पाठन में सुधार को लेकर उनका विशेष ध्यान है।
सबौर कृषि विश्वविद्यालय और तिलकामांझी विश्वविद्यालय को लेकर राज्यपाल की चिंता रहती है। ऐसे में उन्होंने इन विश्वविद्यालयों के हालात को लेकर राज्यपाल को अद्यतन स्थिति की जानकारी दी है। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि दुनिया के प्राचीनतम शिक्षण केंद्रों में से एक विक्रमशिला विश्वविद्यालय के भी पुनरुद्धार के विषय पर राज्यपाल से चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विक्रमशिला विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने को लेकर प्रयासरत्त है। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि अभी विक्रमशिला धरोहर स्थल पर खुदाई भी चल रही है जिनमें अत्यंत महत्वपूर्ण प्राचीन अवशेष प्राप्त हो रहे हैं । इसकी भी जानकारी उन्होंने राज्यपाल से साझा की।
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से आग्रह किया है कि विक्रमशिला विश्वविद्यालय के पुनरुद्धार की दिशा में हो रहे कार्यों में तेजी लाएं। इससे भागलपुर के साथ साथ पूरे बिहार के लोगों की मंशा पूर्ण होगी और उन्हें काफी खुशी होगी।
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्राचीन विक्रमशिला विश्वविद्यालय क्षेत्र के विकास के लिए भी अनेकों योजनाएं पूर्ण की गई हैं। लेकिन पूरे बिहार का सपना तभी साकार होगा। जब बिहार ही नहीं बल्कि देश का गौरव, प्राचीनतम विक्रमशिला विश्वविद्यालय केंद्रीय विश्वविद्यालय के रुप में जीवंत हो उठेगा। शाहनवाज हुसैन ने राज्यपाल को भागलपुर के कहलगांव के अंतीचक आकर विक्रमशिला विश्वविद्यालय के धरोहर स्थल के भ्रमण का आग्रह करते हुए कहा कि राज्यपाल के आने से विक्रमशिला विश्वविद्यालय के पुनरुद्धार का सपना जल्द साकार होगा।
भागलपुर से बालमुकुन्द की रिपोर्ट