PATNA : विधान परिषद चुनाव को लेकर जिस तरह से एनडीए में सीटों का बंटवारा किया गया है। उसके बाद पांचों घटक दलों में चार संतुष्ट हैं, लेकिन मुकेश सहनी की वीआईपी लगातार बगावती तेवर दिखा रही है। मुकेश सहनी ने तो यह ऐलान कर दिया है कि वह सभी 24 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अब मुकेश सहनी के इस फैसले को लेकर गठबंधन के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया भी देनी शुरू कर दी है। इनमें बिहार सरकार में मंत्री जीवेश मिश्रा ने सीधे-सीधे कहा है कि वह अगर चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो अवश्य लड़ें, जब उन्होंने ठान लिया है कि वह चुनाव लड़ेंगे, उन्हें कौन रोक सकता है।
जीवेश मिश्रा ने मुकेश सहनी के उन आरोपों को भी खंडन किया है, जिसमें सहनी ने कहा था कि भाजपा के प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव ने सीटों के बंटवारे को लेकर उनसे बात नहीं की थी। जीवेश मिश्रा ने कहा कि अगर भाजपा प्रदेश प्रभारी यह कह रहे हैं कि सभी पार्टियों से बात की गई है, तो मैं नहीं जानता कि सहनी ऐसा क्यों कह रहे हैं, क्योंकि उस मीटिंग में मौजूद नहीं था।
सिर्फ बिहार पर पीएम नहीं दे सकते ध्यान
जीवेश मिश्रा ने बिहार को विशेष राज्य की जदयू की मांग को लेकर कहा उनकी तरफ से देश के प्रधान से बिहार पर विशेष ध्यान देने की मांग की जा रही है। यह सही है कि देश के प्रधान से मांग करना कुछ गलत नहीं है। लेकिन, साथ ही यह सच है कि पीएम का पहले से ही बिहार पर विशेष ध्यान रहा है। बिहार में बन रहे बड़े बड़े पुल इसका उदाहरण हैं। जीवेश मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए सभी राज्यों के प्रति बराबर की जिम्मेदारी है, जिसे वह बखूबी निभा रहे हैं।
शिक्षक ही सबकुछ
बिहार में शिक्षकों को शराब खोजने की जिम्मेदारी दिए जाने के लेकर हो रहे विवाद पर जीवेश मिश्रा ने कहा इसे बेवजह का मुद्दा बनाया जा रहा है। उन्हें कोई आदेश नहीं दिया गया है। यह तो उनकी जिम्मेदारी होती है कि बेहतर समाज बनाने में सहयोग करें। शिक्षक ही सबकुछ कर सकते हैं, क्योंकि वह विश्वकर्मा है, सरस्वती है। इसलिए इसे मुद्दा बनाने की जरुरत नहीं