बगहा: वाल्मीकि रिजर्व के कक्ष संख्या एम-26 भेडिहारी जंगल से सटे गन्ने के खेत के निकट एक मादा गैंडे का शव पड़ा मिला है। मादा गैंडे के शव पर कई जगह जख्म के निशान है।
हालांकि उसके सभी अंग और सींग सुरक्षित पाए गए हैं। वनकर्मीयों की टीम घटना स्थल पर पहुंच कर छानबीन में जुट गई है। हालांकि पोस्टमार्टम के बाद ही गैंडा की मौत के कारणों का पता चल सकेगा। कयास लगाया जा रहा है कि खेतों में डालें गये कीटनाशक से उसकी मौत हुई है। वहीं शिकारियों पर भी हत्या का शक गया है. गैंडे के शरीर पर जख्म के निशान इस शक को और पक्का कर रहे हैं. बीते वर्ष 13 अगस्त को आई भयंकर बाढ़ में नेपाल के चितवन नेशनल पार्क से गैडे, सांप, हिरन सहित कई वन्य जीव बहकर गण्डक नदी में आये थे।
गैडे की मौत से वीटीआर क्षेत्र में गैंडों के प्राकृतिक ब्रीडिग की संभावना को झटका लगा है। ऐसे में काजीरंगा नेशनल पार्क की तर्ज पर वीटीआर में गैंडो का नया आशियाना बनाने की योजना पर पानी फिरता नज़र आ रहा है। मदनपुर क्षेत्र के 5 किलोमीटर दायरे में वाल्मीकि राइनो हैबिटेट सेंटर बनाने की योजना है। लेकिन आज की घटना से इस योजना को ग्रहण लगता प्रतीत हो रहा है। मामले में वन अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं।