बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

गांधी सेतु के री-स्ट्रक्चर में करोड़ो के घोटाला के आरोप से तिलमिलाई नीतीश सरकार..कंपनी की तरफ से दिलवाई सफाई

गांधी सेतु के री-स्ट्रक्चर में करोड़ो के घोटाला के आरोप से तिलमिलाई नीतीश सरकार..कंपनी की तरफ से दिलवाई सफाई

PATNA: कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने गांधी सेतु की मरम्मति के नाम पर करोड़ों की सरकारी राशि के घोटाले का आरोप लगा कर सनसनी मचा दी थी।इसके बाद नीतीश सरकार ने काम में लगी कंपनी की तरफ से सफाई दिलवाई।

गांधी सेतु स्ट्रक्चर के काम में लगी कंपनी के टीम लीडर की तरफ से प्रेस रिलीज जारी कर बताया गया है कि महात्मा गांधी सेतु के जीर्णोद्धार का कार्य सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा कराया जा रहा है. इस योजना में पुराने सुपरस्ट्रक्चर को हटाकर नया स्टील स्ट्रक्चर लगाया जा रहा है. भारत सरकार द्वारा कार्य आवंटित एजेंसी के माध्यम से ईपीसी निविदा पद्धति पर कार्य किया जा रहा है. इसका पर्यवेक्षण भारत सरकार द्वारा अथॉरिटी इंजीनियर नियुक्त है.

 मीडिया में खबर आई है कि कमजोर गुणवत्ता के स्टील का प्रयोग किया गया है. इसके अलावा कई अन्य सवाल खड़े किए गए हैं. समाचार पत्रों में यह भी खबर छपी है कि पुराने सुपरस्ट्रक्चर को हटाने की प्रक्रिया का सही पालन नहीं किया गया.

 टीम लीडर की तरफ से बताया गया है कि पुराने स्ट्रक्चर को तोड़ने के फलस्वरूप मलवा गंगा नदी में नहीं गिरे इसे सुनिश्चित किया गया है .इस हेतु ऑथरिटी इंजीनियर द्वारा इन्वायरमेंट एक्सपोर्ट नियुक्त किया हुआ है, जो अपनी निगरानी में इस शर्त का अनुपालन करवाती हैं .गंगा नदी की पानी की जांच भी पुल के दोनों तरफ की जाती रही है.

मंगलवार को कांग्रेस एमएलसी ने लगाया था सनसनीखेज आरोप

बता दें कि कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा का सरकार पर गंभीर आरोप लगाया था .कांग्रेस ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा है कि महात्मा गांधी सेतु की मरम्मति के नाम पर हजारों करोड़ का घपला हुआ है.

कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने सदाकत आश्रम में प्रेस कांफ्रेंस कर खुलासा किया और कहा कि हमने लगातार विधानपरिषद में गांधी सेतू के सुपर स्ट्रक्चर निर्माण में हो रही गड़बड़ी का सवाल उठाया लेकिन मंत्री नंदकिशोर यादव हमारे सवाल का मजाक उड़ाते रहे।अब महालेखाकार ने हमारे आरोपों कि पुष्टि कर दी है.गांधी सेतु के स्ट्रक्चर को काटकर हटाने के लिये सिर्फ 300 करोड़ दिया गया.लेकिन इस पूरी राशि का बंदरबांट किया गया।

कांग्रेस एमएलसी ने आरोप लगाते हुए कहा इस राशि से पुल से काटकर हटाना था ताकि वह गंगा नदी में नहीं गिरे, लेकिन उस राशि का घपला कर लिया गया .जिन 3 अधिकारियों ने इस पर आपत्ति जताई उन तीनों अधिकारी को ही हटा दिया गया.

कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. इसके साथ ही इस मामले में पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर को बर्खास्त करने की मांग की है.कांग्रेस एमएलसी ने कहा कि इस पूरे मामले में मंत्री के साथ-साथ विभागीय सचिव अमृत लाल मीणा की भी मिलीभगत हैं।इसलिए जांच कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।

देखिए सफाई वाला पत्र


Suggested News